यूपी के रामपुर के वाणिज्य कर विभाग में तैनात सिपाही के साथ मारपीट के मामले में सहायक आयुक्त राज्यकर ने भाजपा जिलाध्यक्ष, उनके बेटे व चार-पांच अन्य भाजपाइयों के खिलाफ तहरीर दी है। जिसमें मारपीट से लेकर लूट और सरकारी काम में बाधा डालने का भी आरोप लगाया गया है। हालांकि, तहरीर के 24 घंटे बाद भी सिविल लाइंस थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। थाना प्रभारी का कहना है कि जांच की जा रही है।
सहायक आयुक्त प्रभारी राज्य कर मनोज कुमार मिश्रा ने सिविल लाइंस थाना पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनकी यूनिट के राज्य कर अधिकारी कमल कांत बेलवाल, सिपाही सुभाष यादव,सिपाही सुमित कुमार और वाहन चालक खजान सिंह अपने सरकारी वाहन से ज्वालानगर फ्लाई ओवर पर नियमित वाहन जांच का कार्य कर रहे थे। चेकिंग के दौरान सिपाही सुभाष यादव ने एक वाहन को रुकने का इशारा किया। जिसमें मोबिल ऑयल भरा हुआ था। लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी नहीं रोका बल्कि सिपाही सुभाष यादव के ऊपर चढ़ाने का प्रयास करते हुए निकल गया।
सचल दल इकाई ने गाड़ी का पीछा करते हुए करीब आधा किलोमीटर दूर जाकर रोक लिया। जब वाहन चालक से लोड माल के कागजात मांगे गए ड्राइवर ने द्वारा बताया गया कि उसके पास माल से संबंधित कोई प्रपत्र नहीं है। ड्राइवर द्वारा फोन पर मालिक से बात कराई गई। फोन पर बात करने के दौरान मालिक ने सुभाष यादव के अभद्र भाषा का प्रयोग किया। जिस पर टीम द्वारा वाहन को राज्य कर विभाग कार्यालय लाया गया। आरोप लगाया है कि कार्यालय पर पहले से ही मौजूद भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे और उसके साथियों ने सुभाष यादव के साथ मारपीट कर दी। उसकी वर्दी पर लगी नेम प्लेट नोच ली। बाद में सूचना पर पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज पप्पू ने सहायक आयुक्त का मोबाइल छीन लिया। जिसके बाद भाजपाई बल प्रयोग करते हुए माल सहित वाहन को जबरन लेकर चले गए। हालांकि,इस घटना में भाजपा जिलाध्यक्ष ने सिपाही पर बेटे को थप्पड़ मारने का आरोप लगाया था।
24 घंटे बाद भी दर्ज नहीं हुआ केस
मारपीट की घटना के 24 घंटे बाद भी सिविल लाइंस थाना पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया है। जबकि,राज्य कर विभाग की ओर से मंगलवार को ही तहरीर दे दी गई थी। इस मामले को लेकर थाना प्रभारी सिविल लाइंस अजय मिश्रा का कहना है कि अभी मामले की जांच की जा रही है।