उत्तर प्रदेश के हरदोई में तैनात दरोगा को सेवाकाल 30 लाख वेतन मिला और उसने एक करोड़ 64 लाख रुपये खर्च किए। शिकायत के बाद वह बर्खास्त कर दिया गया है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन के झांसी कार्यालय में एफआईआर दर्ज की गई है।
हरदोई के एसपी कार्यालय में तैनात रहे सब इंस्पेक्टर नाजुद्दीन खां ने सेवाकाल में करीब 30 लाख रुपये वेतन पाया लेकिन इस अवधि में उन्होंने एक करोड़ 64 लाख रुपये खर्च किए। इसकी शिकायत पर हुई जांच के बाद दरोगा नाजुद्दीन खां को बर्खास्त कर दिया गया था। मूल रूप से झांसी में रहने की वजह से उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संगठन के झांसी कार्यालय में शनिवार को एफआईआर दर्ज की गई है। इस प्रकरण की विवेचना भ्रष्टाचार निवारण संगठन के लखनऊ स्थित मुख्यालय से की जाएगी।
एफआईआर के मुताबिक, झांसी निवासी नाजुद्दीन खां पर आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का आरोप लगने पर झांसी इकाई ने जांच की थी। जांच में पाया गया कि एसपी हरदोई के कार्यालय में तैनात रहे नाजुद्दीन की अपनी सेवा अवधि में वैद्य स्त्रोतों से 30 लाख तीन हजार 567 रुपये आय हुई थी। जबकि इन्होंने अपनी चल-अचल सम्पत्ति के लिए एक करोड़ 64 लाख चार हजार 98 रुपए खर्च किए गए। इस तरह उन्होंने एक करोड़ 34 लाख 531 रुपए ज्यादा खर्च किए। इस बारे में नाजुद्दीन संतोषजनक जवाब भी नहीं दे सके।
नाजुद्दीन को विभाग से बर्खास्त किया जा चुका है। जांच पूरी होने के बाद ही झांसी इकाई ने अपने यहां एफआईआर दर्ज की। एडीजी के आदेश पर इस मुकदमे की विवेचना मुख्यालय भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ को दी गई है।