पासपोर्ट आवेदन करने के लिए अब मोबाइल वैन की भी सुविधा मिलेगी। इसका सबसे ज्यादा लाभ गाजियाबाद क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से जुड़े उत्तर प्रदेश के 13 जिलों के डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्रों में आवेदन जमा करने वालों को मिलेगा।
पासपोर्ट आवेदकों के लिए अच्छी खबर है। पासपोर्ट आवेदन करने के लिए अब मोबाइल वैन की भी सुविधा मिलेगी। इसका सबसे ज्यादा लाभ गाजियाबाद क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से जुड़े उत्तर प्रदेश के 13 जिलों के डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्रों में आवेदन जमा करने वालों को मिलेगा। अब तक इन जिलों में मौजूद डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र पर फॉर्म जमा करने के लिए लंबी वेटिंग है।
गाजियाबाद पासपोर्ट कार्यालय से 13 जिलों के लोगों के पासपोर्ट बनाए जाते हैं। दो हजार से ज्यादा लोगों को रोजाना आवेदन करने का मौका दिया जाता है। वहीं, एक हजार ज्यादा पासपोर्ट रोजाना जारी किए जाते हैं। दूसरे जिलों के लोगों के लिए विदेश मंत्रालय की ओर से डाकघरों में भी पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) खोले गए हैं। इन पीओपीएसके पर अपॉइंटमेंट की संख्या कम होने के कारण लंबी वेटिंग रहती है। आवेदकों की इस परेशानी को दूर करने के लिए विदेश मंत्रालय की ओर से एक पासपोर्ट मोबाइल वैन की शुरुआत की गई है। गुरुवार को क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी अनुज स्वरूप ने इस वैन को हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की। उन्होंने बताया कि इस वैन को उन जिलों में भेजा जाएगा, जहां पीओपीएसके पर अपॉइंटमेंट की लंबी वेटिंग है। उन जिलों में वैन पर पहुंचकर लोग सीधे आपने आवेदन फॉर्म जमा कर सकेंगे।
लंबित फाइलों की संख्या कम होगी : पीओपीएसके पर कम अपॉइंटमेंट होने के कारण यहां की फाइल ज्यादा लंबित रहती हैं। पीओपीएसके पर फॉर्म जमा होने बाद जांच की पूरी प्रक्रिया पूर्ण होती है। इसके बाद फाइल को मुख्य पासपोर्ट कार्यालय भेजा जाता है। यहां इनकी जांच करने के बाद आगे की कार्रवाई जाती है। कई बार दस्तावेज सही न होने के कारण यह फाइल लंबित श्रेणी में चली जाती है। विभाग इन फाइलों के प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित कर रहा है।
वैन के पहुंचने से पहले दी जाएगी सूचना
जिस जिले में पासपोर्ट मोबाइल वैन जाएगी, वहां इसकी सूचना पहले ही दी जाएगी, ताकि आवेदक मौके पर पहुंचकर अपने आवेदन जमा कर सके। कोशिश की जा रही है कि इस वैन को उन जिलों में ज्यादा समय तक रखा जाएगा, जहां फार्म जमा करने के अपॉइंटमेंट डेट कई माह बाद की मिल रही है।
गौतमबुद्ध नगर समेत 13 जिलों के बनाए जाते हैं
आगरा, अलीगढ़, बागपत, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हाथरस, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, हापुड़, शामली, सहारनपुर।
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी अनुज स्वरूप ने कहा, ”कोशिश की जा रही है कि आवेदकों के पासपोर्ट जल्द जारी किए जाएं। पासपोर्ट मोबाइल वैन के जरिये दूसरे जिलों के आवेदकों को राहत मिलेगी। उनके आवेदन जल्द जमा होकर पासपोर्ट मिल सकेंगे।”