पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उन्हें पद की कोई लालसा नहीं है। वह लोगों के लिए इस्तीफा देने को तैयार हैं। ममता बनर्जी गुरुवार शाम प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों के साथ मुलाकात के लिए पहुंची थीं। इस दौरान डॉक्टर मीटिंग की लाइव स्ट्रीमिंग की मांग पर अड़े रहे, लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट में होने के कारण यह संभव नहीं था। ऐसे में जूनियर डॉक्टर ममता से मिलने नहीं आए। यह मीटिंग फेल होने के बाद ममता बनर्जी ने अपने इस्तीफे की बात कही है। उन्होंने कहा कि वह आरजी कर मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर के हत्या का इंसाफ चाहती हैं।
“हमें उम्मीद थी कि बच्चे लोग आएंगे और अपना दर्द बताएंगे और काम में शामिल होंगे। बंगाल की जनता से माफी मांगते हुए हमें उम्मीद थी कि आज समस्या का समाधान हो जाएगा। मैंने जूनियर डॉक्टरों से बात करने की पूरी कोशिश की। मैंने अपने उच्च अधिकारियों के साथ 3 दिनों तक इंतजार किया। आरजी कर मामला न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए जूनियर डॉक्टरों की मांग के अनुसार उनके साथ बैठक का सीधा प्रसारण नहीं किया जा सकता। हमारे पास जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक की वीडियो रिकॉर्डिंग की व्यवस्था थी, हम सुप्रीम कोर्ट की अनुमति से इसे उनके साथ साझा कर सकते थे। हमने दो घंटे तक जूनियर डॉक्टरों का इंतजार किया, लेकिन वह नहीं आए।”
डॉक्टरों की हड़ताल से 27 लोगों की मौत
आज हमारा मुख्य विषय था विकास, सेफ्टी एवं सुरक्षा। आज हम खुले मन से चर्चा कर सकते थे। फिर प्रेस वार्ता बाद में दे सकते थे। हमने पत्र में कहा था कि 15 लोग आएंगे, लेकिन मैं 34 जूनियर डॉक्टरों के आगमन का भी स्वागत करती हूं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सिर्फ मैं और चंद्रिमा भट्टाचार्य थे। 27 लोगों की मौत हुई है! सात लाख लोगों का इलाज नहीं हो पाया। रेसिडेंट डॉक्टर और जूनियर डॉक्टर काम नहीं कर रहे हैं।
क्या है मामला?
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में रात की शिफ्ट में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद से डॉक्टर अपनी सुरक्षा को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। डॉक्टरों की कई मांगें हैं। इसे लेकर देशव्यापी प्रदर्शन भी हो चुके हैं और मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही हैं। हालांकि, पश्चिम बंगाल के डॉक्टर अभी भी प्रदर्शन कर रहे हैं। डॉक्टरों के प्रदर्शन के कारण लोगों को सही समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है। इससे कई लोगों की मौत भी हुई है। इसी हड़ताल को खत्म कराने के उद्देश्य से ममता बनर्जी जूनियर डॉक्टरों से मिलने पहुंची थीं, लेकिन डॉक्टर बैठक में शामिल नहीं हुए।