गुमला. अदरक का इस्तेमाल हमलोग ज्यादातर खाना पकाने के लिए करते हैं, लेकिन यह किसी औषधि से कम नहीं है. वहीं सूखी हुई अदरक को सोंठ कहते हैं. इनका सेवन हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. सोंठ के सेवन से सर्दी-जुकाम गले की खराश पाचन से जुड़ी समस्याओं, गैस एसिडिटी साथ ही मोटापा भी कम करने में कारगर है. क्योंकि इसकी तासीर बहुत ही गर्म होती है. इसलिए गर्मियों में इसका ज्यादा इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
साथ ही थोड़ी-थोड़ी मात्रा में इसे सब्जी, चाय, सूप या काढ़े में लेने से कई तरह की समस्याएं दूर होती हैं. सोंठ में आयरन, फाइबर, सोडियम, फोलेट एसिड, कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन ए, जिंक, फैटी एसिड जैसे तत्व मौजूद होते हैं. जो सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद माने जाते हैं. यह खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ साथ हमारी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है.
ऐेसे बनाएं सोंठ
आयुर्वेद चिकित्सक डॉ.पंकज कुमार ने लोकल 18 को बताया कि सुखी हुई अदरक को सोंठ कहते हैं. सोंठ बनाने के लिए सबसे पहले अदरक को अच्छी तरह से छीलकर उसको बढ़िया से सुखा लें. फिर उसमें सोंठ की बराबर मात्रा में दूध यानी अगर 1 किलो सोंठ लेते हैं तो 1 लीटर दूध लें. फिर उसमें 1 लीटर या आधा लीटर पानी मिलाकर मिलाकर धीमी आंच में अच्छा से उबाल लें. जब पानी पूरी तरह से सूख जाए तो उसे उतार लें और ठंडा होने के लिए छोड़ दें. इस तरह से सोंठ बनकर तैयार हो जाएगा. इसे अपने जरूरत के अनुसार इस्तेमाल करें. इसे लंबे समय तक स्टोर करके रखने के लिए एयर टाइट कंटेनर में रखें. जिससे यह 2 साल तक खराब नहीं होगा. इसकी पूरी गुणवता बनी रहेगी.
सोंठ बहुत ही अच्छा अग्नि प्रदीपक है, जठराग्नि को प्रदिप्त करने के लिए व आम के पाचन के लिए बहुत ही अच्छी औषधि है. लगभग सभी आयुर्वेदिक औषधि में सोंठ का प्रयोग होता है. दीपन पाचन में अग्नि को प्रदिप्त्त करना और जो कुछ भी खाया है. उसको पचाने में सोंठ का बहुत अच्छा रोल होता है. इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करने के लिए भी सोंठ का प्रयोग करते हैं. मसाले के रूप में भी इसका प्रयोग किया जाता है. भोजन के उपरांत या भोजन से पहले सोंठ का पाउडर साथ में थोड़ा सा जीरा व सौंप का पाउडर, गुड़ के साथ इन सबका पेय बनाकर सेवन किया जाए.तो झुधा की जागृति के लिए बहुत ही उत्तम पेय पदार्थ माना जाता है.
भोजन का पाचन भी अच्छे से होगा
केवल अग्नि के प्रदीपन के लिए ही नहीं, जठराग्नि प्रदीप्त के लिए भी इसका प्रयोग होता है. इससे भूख अच्छी लगेगी. भोजन के बाद इसका सेवन या फॉन्ट के रूप में भी इसका सेवन करते हैं तो भोजन का पाचन अच्छे से होगा. जब पाचन अच्छे से होगा तो आप तंदरुस्त व एनर्जेटिक फील करेंगे. साथ ही मानसिक व शारीरिक रूप से भी मजबूत बनेंगे. जब मल का विसर्जन अच्छा से होगा तो आप स्वस्थ रहेंगे. सबल बनेंगे. साथ ही किसी प्रकार का कफ का विकार नहीं होगा. कफ नहीं बनेगा तो आप स्वस्थ रहेंगे. चंगे रहेंगे. इसलिए इसका नित्य सेवन करना चाहिए. इसके विषय में लोगों को थोड़ी सी जानकारी की कमी है. हमलोग देखते हैं कि जब गाय बच्चे के जन्म देती है तो पशु चिकित्सक भी सोंठ का प्रयोग करते हैं.
पाइल्स के सिक्रेशन में भी सोंठ का प्रयोग
आयुर्वेद चिकित्सक बहुतायत रुप से इसका प्रयोग करते हैं और बहुत सारे रोगों में इसका प्रयोग करते हैं. यह पाइल्स के सिक्रेशन के लिए बहुत अच्छी औषधि है. पाइल के सिक्रेशन कराने के लिए भी सोंठ का प्रयोग किया जाता है. लीवर के शुद्धिकरण के लिए, अग्नि के प्रदीपन के लिए, जिसको मंदागिनी है. जिसको भूख की कमी है या भूख नहीं लगती है. ऐसे लोगों के लिए,लीवर को इस्टीमुलेट करने के लिए लीवर से बहुत सारे एंजाइम का सिक्रेशन होता है. उसको अच्छे से सिक्रेशन कराने के लिए इसका प्रयोग करते है.
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FIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 19:38 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.