कानपुर के हैलट में स्वाइन फ्लू (एचवन एनवन) का मरीज भर्ती किया गया है। साल का यह पहला मामला है। गुरुग्राम से आए 70 वर्षीय बुजुर्ग का अस्पताल के मैटरनिटी वार्ड में डॉक्टरों की देखरेख में इलाज किया जा रहा है। कोरोना की तर्ज पर बीमारी के फैलने से रोकने के लिए मरीज आइसोलेशन में है। डॉक्टरों का कहना है कि गुरुग्राम के एक बड़े निजी अस्पताल की रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू की पुष्टि के आधार पर उन्हें भर्ती किया गया है। फिलहाल उनकी स्थिति पर गहनता से नजर है।
हैलट के संचारी रोग के नोडल अफसर व मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. बीपी प्रियदर्शी के अनुसार, मंगलवार शाम 70 वर्षीय बुजुर्ग मरीज को डॉ. एमपी सिंह की देखरेख में भर्ती किया गया है। वह गुरुग्राम के एक नामी अस्पताल की रिपोर्ट लेकर आए थे। रिपोर्ट में उन्हें स्वाइन फ्लू (एचवन एनवन) पीड़ित होने की पुष्टि थी। रिपोर्ट के आधार पर उन्हें तत्काल भर्ती करके इलाज शुरू किया गया।
डॉ. प्रियदर्शी ने बताया कि कोरोना की तर्ज पर भी मरीज को आइसोलेट किया गया है। सांस और संपर्क में आने से इसकी चपेट में दूसरों के आने का भी खतरा रहता है। उन्होंने बताया कि इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाला यह रोग खतरनाक होने के साथ सीधे तौर पर फेफड़ों पर असर करता है। खासकर वैसे लोग जिनको शुगर, बीपी, कैंसर या अन्य कोई गंभीर रोग है, उनके लिए स्वाइन फ्लू ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। बुखार, ठंड लगना, खांसी, गला खराब होना, शरीर या मांसपेशियों में दर्द इसके प्रमुख लक्षणों में से एक हैं।