बहराइच में समेत यूपी के कई जिलों में इन दिनों भेड़िया और सियार की दहशत कायम है। भेड़िए के हमले के चलते कई लोगों की मौत भी हो चुकी हैं। वहीं मिर्जापुर में कुत्तों के हमले के चलते लोगों में दहशत फैल गई है। यहां कुत्तों का हमला इस कदर बढ़ गया है कि आए दिन लोगों को काट रहे हैं। गली मोहल्ले में आम लोगों पर हमला कर घायल करने वाले आवारा कुत्ते अब अफसरों के बंगले पर भी पहुंच जा रहे है।
ताजा मामला बुधवार का है। सिविल लाइन इलाके के मोर्चा घर स्थित नगर मजिस्ट्रेट लाल बहादुर सिंह का आवास है। वे अपने आवास के बाहर सड़क पर मार्निंग वॉक कर रहे थे। इसी बीच आवारा कुत्तों के झुण्ड में शामिल एक खूंखार कुत्ते ने सिटी मजिस्ट्रेट पर हमला बोल दिया। जब तक सिटी मजिस्ट्रेट कुत्तों के हमले से बचते तब तक कुत्ते ने उनका पैर नोंच लिया। यह तो संयोग था कि आवास पर मौजूद गार्ड ने देख लिया और अपने साहब को कुत्तों से बचाने के लिए लाठी लेकर दौड़ा लिया। गार्ड को लाठी लेकर अपनी तरफ आते देख कुत्ता सिटी मजिस्ट्रेट को छोड़ कर भाग गया। वहीं आवारा कुत्ते के हमले से घायल सिटी मजिस्ट्रेट तत्काल मण्डलीय अस्पताल पहुंचे और एण्टी रेबीज का सुई लगवाया। चिकित्सकों ने उन्हें पांच सुई लगवाने की सलाह दी है। नगर मजिस्ट्रेट प्रतिदिन मण्डलीय अस्पताल पहुंच कर एण्टी रेबीज का इंजेक्शन लगवा रहे है।
आए दिन लोगों पर हमलावर हो रहे आवारा कुत्ते
आवारा कुत्ते आए दिन लोगों पर हमलावर हो रहे हैं। संतकबीरनगर जिले में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। ये कुत्ते हर रोज 50-55 लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। अगस्त माह में 1807 लोगों को अवारा कुत्तों ने काटा। वहीं इन कुत्तों के काटने से गंभीर रूप से घायल मरीजों को उपचार के लिए हायर सेंटर अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा गया। जबकि सामान्य रूप से कुत्तों के कोप का शिकार लोगों को अस्पतालों में एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाया गया। वैसे तो अवारा कुत्तों के गुस्से के शिकार हर दिन लोग हो रहे हैं लेकिन इन दिनों ये अधिक आक्रामक हो गए हैं। 1 से 30 अगस्त तक 1807 लोगों को कुत्तों ने काटा है। यह तो वह आंकड़े हैं जो सीएचसी-पीएचसी और अर्बन हेल्थ सेंटर पर इलाज कराने के लिए आए।
कुत्ते काटने पर सबसे पहले क्या करें
डा. मुबारक अली ने बताया कि सबसे पहले उस जगह को धोना चाहिए। डिटर्जेंट साबुन जैसे कि रिन या सर्फ एक्सेल साबुन से इसे धोना चाहिए। यदि जख्म काफी गहरा है तो उस जगह साबुन से धोकर बिटाडीन मलहम लगाएं। इससे रैबीज वायरस का असर थोड़ा कम करने में मदद मिलती है, लेकिन इसे अच्छी तरह से साफ करना जरूरी है। इसके साथ ही कुत्ते काटने के बाद टिटनेस का इंजेक्शन भी सबसे पहले लगवाना चाहिए।
कब लगवाना चाहिए इंजेक्शन
चिकित्सकों के अनुसार कुत्ता काटने के 24 घंटे के अंदर एंटी रैबीज का इजेक्शन हर हाल में लगवा लेना चाहिए। वरना कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। अक्सर कुत्ता काटने के बाद 5 इंजेक्शन लगवाना पड़ता है। लेकिन पहला इंजेक्शन 24 घंटे में ही लग जाना चाहिए। इसके बाद दूसरा इंजेक्शन तीसरे दिन, तीसरा 7वें दिन, चौथा 14वें दिन और आखिरी 28वें दिन लगता है। कभी-कभी इंजेक्शन लगाने के बाद कुछ लोगों को बुखार जैसी समस्या हो सकती है। हालांकि लेकिन इससे घबराने की आवश्यकता नहीं होती है।