अनपरा,संवाददाता। अगस्त माह में भारी बारिश से एनसीएल खदानों में कोयला उत्पादन बुरी तरह बाधित हुआ है। नतीजतन चालू वित्त वर्ष में अगस्त माह तक यूपी स्थित बीना और मध्यप्रदेश स्थित अमलोरी कोयला खदान को छोड़ शेष सभी कोयला क्षेत्र अपने उत्पादन लक्ष्यों से बुरी तरह पिछड़ गये है। पहली छमाही में लक्ष्य की भरपाई को लेकर कोयला क्षेत्रों हालांकि पूरी ताकत लगा दी है लेकिन सितम्बर माह में भी खदान क्षेत्रों में बारिश की सम्भावना को देखते हुए इसे आसान नही माना जा रहा है।
एनसीएल की सर्वाधिक क्षमता वाली जयंत खदान नेअगस्त माह तक लक्ष्य 12.14 के सापेक्ष 11.69 मिलियन टन (96.29 प्रतिशत),दुद्धीचुआ 9.90 के सापेक्ष 8.78 मिलियन टन (88.69प्रतिशत)निगाही 10.65 के सापेक्ष 9.90 मिलियन टन(92.96 प्रतिशत)खड़िया 6.94 के सापेक्ष 6.75 मिलियन टन(97.26 प्रतिशत) ब्लाक बी 3.21 के सापेक्ष 2.92 मिलियन टन(90.97 प्रतिशत) और कृष्णशीला लक्ष्य 3.61 के सापेक्ष 3.26 मिलियन टन (90.30 प्रतिशत) ही कोयला उतत्पादन कर सकी है। महज बीना खदान ने लक्ष्य 4.22 के सापेक्ष 4.73 मिलियन टन (112.09 प्रतिशत) और अमलोरी ने लक्ष्य 6.02 के सापेक्ष 6.21 मिलियन टन (103.16 प्रतिशत) कोयला उत्पादन कर थोड़ी राहत दी है।