स्कूल के लंच बॉक्स में नॉनवेज लाने पर शुरू हुए विवाद ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि हिल्टन कान्वेंट स्कूल के प्रिंसिपल ने कक्षा तीन के एक छात्र को धार्मिक उन्मादी होने का आरोप लगाया और उसे स्कूल से निकालने की धमकी दे डाली। इस पर छात्र की मां ने भी स्कूल प्रबंधक पर उसके बेटे को कमरे में बंद करके पीटने का आरोप मढ़ा। प्रिंसिपल और छात्र की मां के बीच हुई बहस का वीडियो वायरल होने के मामले ने तूल पकड़ लिया।
घटना पर मुस्लिम संगठनों ने भी तीखी नाराजगी जताई है। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए डीआईओएस ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित करके तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है। उधर, स्कूल के प्रधानाचार्य अवनीश कुमार ने आरोपों को सिरे से खारिज किया। दावा किया कि पीटीएम में अभिभावकों से मिली गंभीर शिकायत के कारण ही बच्चे के अभिभावकों को स्कूल बुलाया गया था। सूचना देने के बाद भी घंटों की देर से स्कूल पहुंची छात्र की मां ने बिना तथ्यों को समझे ही बेवजह हंगामा किया।
जोया रोड पर संचालित हिल्टन कान्वेंट स्कूल में कक्षा तीन में पढ़ने वाले एक छात्र पर स्कूल लंच में नॉनवेज लाने से विवाद शुरू हुआ। इसे लेकर कुछ अभिभावकों ने शिकायत दर्ज कराई थी। बताया जा रहा है कि इसी के कारण बुधवार को छात्र को कक्षा से अलग पूरे दिन दूसरे कमरे में अकेले बिठाया गया। इसकी सूचना मिलने पर छात्र की मां स्कूल पहुंची और प्रधानाचार्य से विरोध जताया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच हुई झड़प का वीडियो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि हिन्दुस्तान इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
वायरल वीडियो में प्रधानाचार्य छात्र द्वारा अक्सर लंच बॉक्स में नॉन वेज लाने की बात कह रहे हैं। उनके मुताबिक बच्चे ने अन्य छात्रों को भी नॉन वेज खिलाकर उनका धर्म बदलने और धर्मस्थल तोड़ने जैसी आपत्तिजनक बातें भी क्लास में कहीं। पीटीएम में अभिभावकों द्वारा आई शिकायतों के कारण उसका नाम काटा गया। वीडियो में छात्र की मां सभी आरोपों को खारिज करती दिख रही है। मां का आरोप है कि छात्र को बंधक बनाकर उसे पीटा गया। हालांकि देर शाम प्रिंसिपल ने नाम काटे जाने से इंकार किया है।
वायरल वीडियो की जानकारी पर स्थानीय मुस्लिम संगठन पदाधिकारियो के बीच रोष व्याप्त हो गया। गुस्साए संगठन पदाधिकारियों ने एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर मामले में निष्पक्ष जांच व कार्रवाई करने की मांग की। वहीं सोशल मीडिया पर भी दिनभर पूरा मामला चर्चाओं में रहा। आननफानन हरकत में आए डीआईओएस ने जिला प्रशासन के आदेश पर मामले की जांच के तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर तीन दिन में रिपोर्ट तलब की है।