मंकीपॉक्स को लेकर यूपी में अलर्ट के बीच बागपत जिले से मिले एक केस से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। यहां के रहने वाले एक बच्चे के शरीर पर बुखार के बाद मोटे-मोटे फफोले बन गए। परिजन उसे उपचार के लिए बड़ौत के एक निजी नर्सिंग होम पर ले गए, तो वहां मौजूद बाल रोग विशेषज्ञ को बच्चे में मंकीपॉक्स जैसे लक्षण प्रतीत हुए। उन्होंने तुरंत फोन कर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। मंकीपॉक्स के लक्षणों वाला केस मिलने की सूचना पर जिला सर्विलांस प्रभारी और डब्ल्यूएचओ के नोडल अधिकारी तुरंत ही मौके पर पहुंचकर बच्चे को सीएचसी पर ले गए। वहां उसका सैंपल लिया और जांच के लिए भिजवाया। स्वास्थ्य विभाग और डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों का कहना है कि यह मंकीपॉक्स नहीं, बल्कि खसरा-रूबेला हो सकता है। सैंपल जांच के लिए भिजवाया गया है, रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
रमाला थाना क्षेत्र के बूढ़पुर गांव में आकाश तोमर परिवार के साथ रहते हैं। आकाश तोमर के सात वर्षीय पुत्र शिवांश को पिछले चार दिनों से बुखार था। आकाश तोमर ने बताया कि मंगलवार की शाम शिवांश के शरीर पर मोटे-मोटे फफोले पड़ने लगे। बुधवार की सुबह शिवांश की तबीयत बिगड़ गई, तो वे उसे बड़ौत के एक निजी नर्सिंग होम में उपचार के लिए गए। बाल रोग विशेषज्ञ डा. अभिनव तोमर ने बच्चे के शरीर पर पड़े फफोलों को देखा तो उन्हें ये लक्षण मंकीपॉक्स के दिखाई पड़े। उन्होंने तुरंत ही सीएमओ और डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों को इसकी सूचना दी।
सीएमओ के आदेश पर तुरंत ही जिला सर्विलांस अधिकारी डा. दीपा सिंह और डब्ल्यूएचओ प्रभारी गुंजन कुमार टीम के साथ नर्सिंग होम पर पहुंच गए। इसके बाद टीम अपनी निगरानी में बच्चे को सीएचसी बड़ौत पर लेकर पहुंची। वहां विशेषज्ञों की टीम ने बच्चे का सैंपल लेकर जांच को भिजवाया। इसके बाद टीम बच्चे को उसके घर छोड़कर आई। परिजनों ने टीम में शामिल अधिकारियों से बीमारी के बारे में पूछा, तो उन्होंने जवाब दिया कि सैंपल भेज दिया गया है, जांच रिपोर्ट आने पर ही कुछ बताया जा सकता है। तब तक सावधानी बरतें।
बागपत डब्ल्यूएचओ प्रभारी अधिकारी गुंजन कुमार का कहना है कि कीपॉक्स के लक्षण वाला मरीज मिलने की सूचना पर टीम बड़ौत गई थी। शुरुआती जांच में पता चला कि बच्चे को मंकीपॉक्स नहीं है। उसे खसरा-रूबेला होने की संभावना है। जांच रिपोर्ट आने के बाद खसरा-रूबेला की पुष्टि होगी।
बागपत सीएमओ डॉ. तीरथ लाल ने बताया, मंकीपॉक्स की एंट्री अभी देश में ही नहीं हुई तो फिर बागपत में मरीज कैसे मिल सकता है। जिस बच्चे में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने की बात सामने आ रही है उसे खसरा-रूबेला हो सकता है। सैपल जांच के लिए भिजवाया गया है।