दुद्धी (पिंटू अग्रहरि)
– चैती छठ के अंतिम दिन व्रत धारी महिलाओं ने भगवान भास्कर को दिया अर्ध्य
दुद्धी। दुद्धी कस्बा स्थित शिवाजी तालाब के छठ घाट पर व्रतधारी महिलाओं के द्वारा चैती छठ व्रत के अंतिम दिन उगते सूर्य को अर्ध्य देकर हवन पूजन में लगी हुई थी की अचानक पीपल के पेड़ में लगे मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया।जिससे वहा मौजूद कई लोग मधुमक्खियो के काटने से घायल हो गए।सभी घयालो को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी घायल अपने अपने घर चले गए।
आइए जानते है पूरा मामला
विगत तीन दिनों से चैती छठ का आयोजन शिवाजी तालाब के छठ घाट पर किया गया था जिसमें दुद्धी कस्बा के काफी महिलाएं चैती छठ का व्रत रखी हुई थी।आज सुबह भगवान भास्कर को अर्ध्य देकर व्रतधारी महिलाओं ने हवन पूजन करना प्रारंभ किया था।उसी दौरान हवन से उठने वाले धुंआ से पेड़ में लगे मधुमक्खि अचानक उग्र हो गए और तालाब पर बैठे व्रतधारी महिलाओं व उनके परिजनों तथा बच्चों पर हमला बोल दिया।मधुमक्खियों के हमले से लोग इधर उधर भागने लगे तथा तालाब के इर्द गिर्द बने मकानों में जाकर पनाह लिया।गनीमत रहा कि लोग तालाब की ओर नही भागें नही तो बड़ी घटना घट सकती थी।क्योंकि तालाब काफी गहरा है।आयोजक मंडल ने मधुमक्खियां के शांत होने पर व्रत धारी महिलाओं का पूजा पाठ संपन्न कराया तथा मधुमक्खियां के काटने से जो कुछ लोग घायल थे उन्हें इलाज के बाद घर भेज दिया गया।
पेड़ से हटाए जाएंगे मधुमक्खी के छत्ते
आयोजक मंडलों में जय बजरंग अखाड़ा समिति के अध्यक्ष पंकज जयसवाल, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्र श्रीवास्तव, तथा पूर्व अध्यक्ष कन्हैयालाल अग्रहरि ने बताया कि आज की घटना में कुछ भी हो सकता था।ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए पेड़ पर लगे मधुमक्खी के छत्ते को जल्द ही हटवाया जायेगा।