शाश्वत सिंह/झांसी : बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट आने वाला है. 10 वीं और 12 वीं के छात्र बेसब्री से रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं. रिजल्ट को लेकर एक तरफ जहां छात्र और उनके पेरेंट्स उत्साहित हैं, तो वहीं कुछ छात्र रिजल्ट के इंतजार में चिंतित भी रहते हैं. इस चक्कर में छात्र बार-बार अपने मार्क्स का आंकलन लगाते रहते हैं. लगातार टेंशन में रहने की वजह से बच्चों को नींद भी नहीं आती है.
बोर्ड रिजल्ट का स्ट्रेस कैसे हैंडल करें और खुद को मोटिवेट कैसे रखें यह जानने के लिए हमने मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. सिकाफा जाफरीन से बात की. उन्होंने बताया कि सिर्फ परीक्षा और रिजल्ट के बारे में ही ना सोचें. इस बात का हमेशा ध्यान रखें की कोई परीक्षा अंतिम नहीं होती है. यह सिर्फ एक जीवन का समय है जो बीत जाएगा. इस बात का ध्यान रखें की पेपर में जो होना था, वह हो चुका है. बार-बार मार्क्स चेक ना करें.
पेरेंट्स बनें सपोर्ट सिस्टम
डॉ. सिकाफा ने कहा कि जो बीत चुका है उसके बारे में सोचने से बेहतर है कि आप भविष्य की योजना बनाएं. रिजल्ट को कंपटीशन की तरह मत देखें. उन्होंने कहा कि बोर्ड रिजल्ट के दौरन पेरेंट्स को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए अपने बच्चों पर अत्यधिक स्ट्रेस ना थोपें. अगर बच्चा परेशान नजर आए तो उसे मोटिवेट करते रहें. पेरेंट्स को बच्चों का सपोर्ट सिस्टम बनना चाहिए. अपने बच्चों को सामना करना सिखाएं.
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FIRST PUBLISHED : April 2, 2024, 19:19 IST