विंढमगंज (वीरेंद्र कुमार)
विंढमगंज। एक शादी समारोह में दूल्हे ने ऐसी जिद की, जिससे नाराज दुल्हन ने फेरे लेने से ही इनकार कर दिया।हैरान करने वाली बात तो ये है कि इन सब के बीच दूल्हे के घरवालों को पांच लाख से अधिक रुपये भी वधू पक्ष को देने पड़े।मामला स्थानीय थाना क्षेत्र के सेट झारखंड राज्य के गढ़वा जिला के एक गांव का है।बाद में दूल्हा-दुल्हन पक्ष के लोगों की पंचायत हुई, जिसमें दूल्हा पक्ष के द्वारा दुल्हन पक्ष के शादी में हुए खर्च लगभग ₹500000 देने पर मामला शांत हुआ।बगैर दुल्हन लिए ही दूल्हे को लौटना पड़ा अपने घर।थाना क्षेत्र से सटे झारखंड राज्य के गढ़वा जिला अंतर्गत सगमा ब्लॉक के मकरी गांव से बीती रात्री को एक बारात भवनाथपुर विधानसभा के एक गांव में गयी थी।महीनों से चल रही शादी की तैयारी कि खुशी उस समय भंग हो गई जब बारात दुल्हन के द्वार पर पहुंची तो द्वार पूजा के साथ जयमाला की रस्म भी की जा चुकी थी, शादी मंडप में लड़का लड़की के विवाह की अंतिम रस्म दूल्हा के द्वारा दुल्हन के मांग में सिंदूर देने की बची थी।सिंदूर देने के पूर्व दूल्हे के द्वारा कभी मोटरसाइकिल का तो कभी चार चक्के की गाड़ी तो कभी सोने की चेन व अंगूठी की मांग की जाने लगई, तो कभी लाइट बंद करने के बाद सिंदूर देने की बात करने लगा।दूल्हे के द्वारा ऐसी हरकत करता देख दुल्हन ने विवाह मंडप में ही शादी करने से इनकार कर दिया।अंतत दोनों पक्षों से विवाह मंडप में मौजूद अभिभावकों के द्वारा काफी समझाने बुझाने के बाद भी विवाह के लिए दूल्हा व दुल्हन पक्ष के लोग तैयार नहीं हुए तो पंचायत में यह सहमति बनी कि लड़की पक्ष द्वारा शादी में हुए खर्च 5 लाख 13000 रुपए दूल्हे पक्ष के द्वारा दुल्हन पक्ष को दिए जाने के लिए निर्धारित की गई जो लड़का पक्ष द्वारा लड़की पक्ष को राशि देने के बाद मामला शांत हुआ और दूल्हा बिना दुल्हन लिए बैरन वापस घर गया।