बीजपुर (रामबली मिश्रा)
बीजपुर। जरहा न्याय पंचायत के आधा दर्जन गाँवों में जंगली बंदरों के आतंक से किसान ग्रामीण भयभीत हैं।बंदरों के झुंड ने गरीबों के बने खपरैल के घरों पर उछल कूद मचा कर घर बर्बाद कर रहे हैं।वहीं तैयार सब्जियों की फसल और खेती को नोच नोच कर चौपट करने में लगे हुए हैं।बताया जाता है कि जरहा वन रेंज क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत नेमना, जरहा, रजमिलान, महुली सहित अनेक गाँवों के रिहायसी इलाके में बंदरों के झुंड से ग्रामीण किसान चिंतित और भयभीत हो गए हैं।किसान राहुल सिंह, ब्रह्मजीत सिंह, सुदर्शन, मेवालाल, सन्तोष आदि बताते हैं कि पिछले कई महीने से जंगली बंदरों का झुंड गाँवों में घुस आया है जो केला, ज्वार, बाजरा, अरहर, पपीता, सेम सहित सीजनल पेड़ों पर लगे फल फूल को तोड़तोड़ कर फेंक रहे हैं।इतना ही नही गाँवों में बने कच्चे घरों के खपरैल पर उछल कूद कर घरों पर छाए गए खपरैल को तोड़ कर बर्बाद कर दिए हैं जिससे लोगों को बारिश के समय काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है।बताया जाता है कि बंदरों के उत्पात से बचने के लिए ग्रामीण जब पटाखा और डब्बा बजाकर भगाते है तो उसके बाद पुनः अधिक की संख्या में बंदर आकर ग्रामीणों सहित बच्चों के आसपास मंडराने लगते हैं जिसके कारण लोगों में काटने का भय बना हुआ है।बताया जाता है कि चेतवा में एक बच्चे को बंदर ने काट भी लिया है जिससे लोगबाग बच्चों को घरो से बाहर निकलने पर सावधानी बरत रहे हैं।आरोप है कि कई बार इस सम्बंध में लोगों ने वन महकमें को सूचना देकर सहायता की माँग और जंगली बंदरों को भगाने के लिए अनुरोध किया लेकिन महकमा शिकायत पर ध्यान देने की बजाय टाल मटोल कर रहा है। इस बाबत डीएफओ रेणुकूट स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव ने ग्रामीणों से अपील किया है कि कोई भी ब्यक्ति बंदरों को खाने पीने की चीज न दें, हो सके तो इकठ्ठा होकर हाका लगा कर जंगलों की ओर इनको भगाएं।वैसे वन विभाग की ओर से भी बंदरों के झुंड को भगाने के लिए टीम लगाई जाएगी।