ओबरा (पीडी राय/सौरभ गोस्वामी)
ओबरा। बीते रविवार की सुबह रेणुका नदी में सेल्फ़ी लेने के दौरान डूबे युवक का शव हादसे के तीसरे दिन 47 घंटे बाद उतराया मिला।वही नदी में डूबे किशोर की तलाश जारी थी।पुलिस अधीक्षक की पहल पर मंगलवार की सुबह लखनऊ से आई एसडीआरएफ की टीम द्वारा पानी में नाव उतार कर तथा पानी के अंदर जाकर कांटे आदि के द्वारा लगभग 6 घंटे तक अथक परिश्रम किया गया।बावजूद इसके नदी में डूबे किशोर का पता नहीं चल सका।बतादें की सीओ कार्यालय ओबरा में तैनात मुंशी अरविंद कुमार का भतीजा 16 वर्षीय अंकित कुमार पुत्र अशोक कुमार तथा ओबरा थाने में तैनात दीवान सुभाष मौर्य का भाई 25 वर्षीय मुकेश मौर्य पुत्र बेनी प्रसाद मौर्य अपने एक साथी 29 वर्षीय आशुतोष कुशवाहा पुत्र विद्याधर कुशवाहा के साथ बीते रविवार की सुबह रेणु नदी किनारे घूमने गए थे।इसी दौरान तीनों नए पुल के नीचे पानी में उतरकर सेल्फी लेने लगे।सेल्फी लेने के दौरान अंकित अनियंत्रित होकर गहरे पानी में चला गया जिससे वह डूबने लगा।इसी दौरान उसे बचाने के लिए मुकेश भी गहरे पानी में चला गया जिससे दोनों डूब गए।वहीं आशुतोष ने भी पानी में डूब रहे दोनों को बचाने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सका।मंगलवार को मुकेश का शव देखते ही परिजनों में चीख पुकार मच गयी।इस दौरान एसडीआरएफ इंस्पेक्टर मोइन खान, क्राइम इंस्पेक्टर डीके चौधरी, कस्बा चौकी इंचार्ज जितेंद्र कुमार मौके पर मौजूद रहे।समाचार दिए जाने तक नदी के पानी में अंकित की तलाश जारी थी।