म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
– दो माह से सचिव के न होने से विकास कार्य ठप होने का लगाया आरोप
म्योरपुर। स्थानीय विकास खंड की आठ ग्राम पंचायतों में सचिव की करीब दो माह से तैनाती न होने से क्षुब्ध होकर ग्राम प्रधानों ने शनिवार को प्रदर्शन कर नाराजगी जताई।प्रदर्शन कर रहे प्रधानों का कहना था कि सचिव की तैनाती न होने से विकास कार्य बाधित हो रहा है, और ग्रामीणों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।प्रदर्शनकारी प्रधानों ने सचिव की जल्द तैनाती की मांग की है।म्योरपुर विकास खंड की आठ ग्राम पंचायतों किरबिल, देवरी, काचन, करहिया, झापर, पिपरहर, राजासारई व बनमहरी में विकास कार्य पूरी तरह से ठप है।गांव में सचिव के न होने की वजह से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।इस समस्या से क्षुब्ध होकर सात ग्राम पंचायत के प्रधान एवं उनके प्रतिनिधियों ने शनिवार को ब्लॉक मुख्यालय पर प्रदर्शन किया।इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन भी जिलाधिकारी के नाम सौंपा।ज्ञापन में उन्होंने यह कहा कि करीब दो माह से ग्राम पंचायत में सचिव के न होने से ग्रामीणों को परिवार रजिस्टर की नकल, जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने समेत तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।इसके अलावा विकास कार्य भी पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है।प्रदर्शन कर रहे प्रधान एवं उनके प्रतिनिधियों ने कहा कि कई बार मांग के बावजूद अब तक सचिव की तैनाती न होने से उन्हें काफी मुश्किल हो रही है।उन्होंने कहा कि सचिव के न होने से तमाम मजदूरों की मजदूरी भी बकाया है।यही हाल लगभग सभी आठों ग्राम पंचायत का है।पूर्व में ग्राम प्रधानों ने संयुक्त रूप से पत्र लिखकर उच्चाधिकारियों को सचिव के तैनाती की मांग की थी, लेकिन अभी तक उस दिशा में कोई ठोस पहल नही हो सकी है।ऐसे में उन्होंने तत्काल सचिव की तैनाती की मांग की।प्रदर्शन करने वालों में किरबिल ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बच्चालाल प्रजापति, राजनरायन, दयाशंकर, भोला सोनी, संतोष कुमार, जनकधारी व जगजीवन समेत तमाम ग्रामीण भी मौजूद रहे।प्रधानों के प्रदर्शन मामले में जिला पंचायत राज अधिकारी विशाल सिंह ने मंगलवार तक सचिव के तैनाती की बात कही है।