बीजपुर (रामबली मिश्रा)
बीजपुर। एनटीपीसी रिंहद परियोजना के आवासीय परिसर स्थित लगभग 50 साल पुराने मकान पर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में गुरुवार को बुल्डोजर चला कर उसे जमींदोज करा दिया गया।इस बाबत नायब तहसीलदार दुद्धी ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि इस मामले में सिविल जज सीनियर डिवीजन सोनभद्र की अदालत में एनटीपीसी व चतुरानंद जायसवाल के बीच लंबे समय से मुकद्दमा चल रहा था, जिसमे दोनों पक्षो की दलील सुनने के बाद एनटीपीसी के पक्ष में निर्णय आया जिसके बाद उपजिलाधिकारी दुद्धी के आदेश पर उक्त मकान पर बुलडोज़र चलाकर उसे जमीदोज किया जा रहा है।जबकि इस बाबत पीड़ित चतुरानंद जायसवाल ने बताया कि यह हमारा पुस्तैनी मकान था।इसी मकान में लगभग 50 साल पहले हम अपने बाप दादा के साथ निवास करते थे।एनटीपीसी की प्रथम यूनिट की स्थापना के समय यह मकान कालोनी के आवासीय परिसर में आ गया था। उस समय मुआवजे के विवाद में हमने (चतुरानंद) सोनभद्र न्यायालय में एनटीपीसी पर केस किया था।हमारे भाइयों ने उसी समय मुआवजा और प्लॉट लेकर मकान खाली कर दिया था लेकिन हमने मकान खाली नही किया था और एनटीपीसी से केस लड़ रहे थे।बहरहाल भारी सुरक्षा के बीच कालोनी के सभी गेट बंद कर जवानों सहित पुलिस की तैनाती में बुल्डोजर की कार्रवाई से जायसवाल परिवार मूक दर्शक बना रहा।कहा कि हम लोगों को बगैर बताए मकान को गिराया गया है।हमको भी बचाव का मौका देना चाहिए था।