डाला (गुड्डू तिवारी/राकेश अग्रहरि)
डाला। नगर पंचायत डाला के प्राचीन शिवालय श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर का बृहस्पतिवार को 56वा स्थापना दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जहां देश के मूर्धन्य कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर फाउंडेशन के द्वारा श्री अचलेश्वर महादेव संगीत समारोह का भव्य आयोजन किया गया, जहा देश के बड़े कलाकारों ने वादन नृत्य एवम गायन की प्रस्तुति से श्रोताओं का मन मोह लिया।कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री अचलेश्वर महादेव की भव्य झांकी एवम पंडित ओमप्रकाश तिवारी द्वारा महाआरती से संपन्न हुई। दीपप्रज्वलन श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर के संस्थापक महंत मुरली तिवारी, डाला नगर पंचायत अध्यक्षा फूलवंती देवी, राजेश द्विवेदी ने किया।
कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति बासुरी वादन से प्रारंभ हुई, जहां बनारस से पधारे डा शनिश ज्ञावली ने बासुरी पर उंगलियो की थिरक और मन मोह देने वाले सुरो से श्रोताओं को वृंदावन के दर्शन कराए।डा शनिश पंडित विनोद प्रसन्ना जी के शिष्य हैं उन्होंने अपनी पहली प्रस्तुति राग रागेश्वरी से प्रारंभ की, उनके साथ संगत पे पखवाज पर आदित्य दीप तबले पर डा पंकज शर्मा मौजूद रहे।कार्यक्रम के दूसरे चरण में दिल्ली की संगीता ने कथक की प्रस्तुति दी, संगीता ने मध्य लय से शुरु किया एवम धमार शैली में शिव भजन पर शानदार प्रदर्शन किया और श्रोताओं की तालियां बटोरी।कार्यक्रम के तीसरे व अंतिम चरण में हुगली से पधारे भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशी के घराने से पंडित जयतीर्थ मेवुंडी ने ख्याल गायन की प्रस्तुति दी।पंडित जयतीर्थ ने अपनी पहली प्रस्तुति में राग मालकोश में हृदय में राम विराजे, एवम राग में शिव भजन गाया, तथा पंडित भीमसेन जोशी के प्रसिद्ध भजन जो भजे हरी को सदा गायन से अंतिम प्रस्तुति दी।इनके साथ संगत पर पंडित विनोद लेले तबला, सारंगी पर अनीश मिश्रा ने साथ दिया, कार्यक्रम के अंतिम चरण में श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर फाउंडेशन के सचिव चंद्र प्रकाश तिवारी ने समस्त कलाकारों एवम श्रोताओं को धन्यवाद ज्ञापन सौंपा।कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्याशंकर पांडेय, संजीव झा, विमल पांडेय, सूर्य प्रकाश तिवारी, अनमोल पाठक, डा लखन राम जंगली, मंगल जायसवाल, डा विभा, प्रतिज्ञा त्रिपाठी, जया तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन किरण तिवारी ने किया।