म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
– जल संरक्षण को लेकर जागरूकता नही आई तो भविष्य में आएगा भारी संकट
– म्योरपुर ब्लॉक के फरीपान में क्षेत्रीय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन का हुआ आयोजन
म्योरपुर। ब्लाक की फरीपांन ग्राम पंचायत में सोमवार को बनवासी सेवा आश्रम संचालित ग्राम निर्माण केंद्र परिसर में 32 ग्राम स्वराज्य सभा के अध्यक्ष मंत्री और ग्रामीण अगुवाओं का एक दिवसीय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन का आयोजन किया गया।जिसमे ग्राम संगठन, स्वावलंबन, ग्राम कोष की स्थापना, शिक्षा और स्वास्थ्य और अंधविश्वास, नशा खोरी से मुक्ति पर चर्चा की गई।संयोजन केवला दुबे और रमेश यादव ने कहा कि नशा मुक्ति और पानी के सरंक्षण बिना ग्राम स्वराज्य का सपना पूरा नहीं हो सकता।प्रत्येक गांव में प्रति वर्ष 5 से 8 लाख रुपए शराब, गुटखा पर खर्च हो रहा है और पानी भी संयोजित ढंग से खर्च नही हो रहा है जो भविष्य में मुश्किल पैदा करने वाला है।नदी और नालों के साथ खेत का पानी खेत में रोक कर हम जल स्तर को बढ़ा सकते है।साथ ही स्थानीय संसाधनों के आधार पर स्वरोजगार खड़ा करने के कई तरह के अवसर आज भी उपलब्ध है।मिशन समृद्धि चेन्नई के सहयोग से तीसरी सरकार की चर्चा करते हुए देवनाथ सिंह,राम सुभग ने कहा कि ग्राम पंचायत खुद एक सरकार है जिन्हे कानूनी रूप से गांव के विकास और निर्णय लेने का अधिकार है जब तक हस्तक्षेप होगा तब तक हम पंचायत को मजबूत नही बना सकते।उन्होंने इसके लिए ग्राम सभा और वार्ड सभा को मजबूत बनाने का आह्वान किया।मौके पर बेचन राम, मीना देवी, सुनीता, कलक्टर कुमार सहित गांव के दर्जनों लोग उपस्थित रहे।