करमा (उमाकान्त मिश्रा)
– एक निजी अस्पताल मे ब्लीडिंग रोकने के लिए 25 वर्षीय महिला की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने का लगाया आरोप
– प्राइवेट हॉस्पिटल के अप्रशिक्षित कर्मचारियों के लापरवाही से निः संतान हो गयी महिला
– पीड़िता के पति ने मुख्यमंत्री, सीएमओ एव थानाध्यक्ष को प्रार्थना पत्र प्रेषित कर मुकदमा दर्ज करने व अस्पताल सीज करने की लगाई गुहार
करमा। कर्मा थानांतर्गत केकराही गांव स्थित एक निजी हॉस्पिटल के अप्रशिक्षित चिकित्सक/कर्मचारी के लापरवाही से एक 25 वर्षीय महिला की जिंदगी के साथ इस कदर खिलवाड़ किया गया की उक्त महिला अब कोख से बच्चा पैदा करने के लिए जिंदगी भर तड़पती रहेगी।जी हाँ सुनकर आप सब को आश्चर्य हो रहा होगा परन्तु वाकया सुन सबकी जुबा बंद हो जा रही है।पीड़िता के पति द्वारा दिए गये प्रार्थना पत्र मे लिखा गया है कि प्रार्थी राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के मदार गांव निवासी शैलेन्द्र मौर्य के 25 वर्षीय पत्नी नीतू मौर्या के पेट मे तीन माह का गर्भ था, दिनांक 22 सितंबर को अचानक उनके पेट मे दर्द व हलकी ब्लीडिंग होने लगी, जिसको देखते हुए शैलेन्द्र मौर्य अपनी पत्नी को दिखाने राबर्ट्सगंज जा रहे थे।तब तक केकराही स्थित एक निजी अस्पताल न्यू उपकार हॉस्पिटल के संचालक एवं कर्मचारी द्वारा अपने अस्पताल मे इलाज करने का प्रलोभन देकर ले जाया गया।न्यू उपकार हॉस्पिटल मे जाने के बाद वहा के कर्मचारियों ने पेट मे बच्चा मर गया है कि बात कहकर उसका अबॉर्शन कर दिया गया।उसके बाद तेज गति से हो रही ब्लीडिंग को देखते हुए वाराणसी के एक निजी अस्पताल मे इन लोगो द्वारा ले जाया गया।वहा पहुँचने पर डाक्टर ने बच्चेदानी निकालने की सलाह दी, अन्यथा जान बचना मुश्किल है, की बात पर शैलेन्द्र मौर्य ने अपनी पत्नी का जान बचाने के लिए बच्चेदानी निकलवा दिया।पीड़िता के पति ने मुख्यमंत्री पोर्टल व सीएमओ को प्रार्थना पत्र प्रेषित कर अबैध रूप से किए जा रहे अबॉर्शन के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग की है।शैलेन्द्र मौर्य का आरोप है कि न्यू उपकार हॉस्पिटल के लापरवाही के कारण मेरी पत्नी निःसंतान रहेगी, शैलेन्द्र मौर्य ने कर्मा थाना मे भी प्रार्थना पत्र प्रेषित कर न्याय की मांग की है, साथ ही उक्त दोनो व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने एवं अस्पताल सीज करने की भी मांग की गयी है।क्षेत्रीय जनों को जैसे ही उक्त घटना की जानकारी हुई सभी अवाक हो गये।उक्त फर्जी ढंग से संचालित हॉस्पिटल को तत्काल सीज करने व उसमे कार्यरत समस्त अप्रशिक्षित स्टाफ व संचालक के खिलाफ एफ आई आर कराने की मांग की है, पीड़िता के पक्ष मे क्षेत्र के लोगो ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कठोर से कठोर कार्यवाही की मांग की है, साथ ही कहा गया है कि यदि उक्त अवैध हॉस्पिटल के खिलाफ कार्यवाही नही हुई तो हम सभी धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।इस सम्बन्ध मे जिले के स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डॉ गुलाब प्रसाद ने बताया कि सीएमओ साहब के पास से मेरे पास मार्क होकर प्रार्थना पत्र नही आया है, जैसे ही प्रार्थना पत्र प्राप्त होगा तत्काल जाँच कर कार्यवाही की जाएगी।