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Sattu Benefits: वैसे तो गर्मी के सीजन में सत्तू एक ऐसा फूड है. जो गर्मी के मौसम में शरीर को ठंडक और हीट स्ट्रोक यानी लू से बचाता है. गर्मी के दिनों में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अधिकतर लोग सत्तू का प्रयोग करते…और पढ़ें
सत्तू का सेवन, गर्मी से बचाव
हाइलाइट्स
- सत्तू गर्मी में शरीर को ठंडक देता है.
- बलिया में सत्तू की दुकान पर भीड़ रहती है.
- सत्तू में चना, जौ, मक्का मिलाया जाता है.
बलिया: आज हम गर्मी की एक ऐसे खाने वाली चीज की बात करने जा रहे हैं, जिसकी खासियत हैरान करने वाली है. देसी तकनीकी से लबालब यह आइटम बेहद स्वादिष्ट है. इसे लोग जमीन पर बैठकर ही खाना पसंद करते हैं. केवल पानी और नमक मिलाने से यह बेस्ट सुपरफास्ट फूड तैयार हो जाता है. जी हां! इसे सत्तू के नाम से जाना जाता है. यह न केवल एक लाजवाब स्वाद से भरपूर व्यंजन है. बल्कि बुजुर्गों के मुताबिक गर्मी से बचने का रामबाण देसी उपचार भी है. इसे खाने के बाद शरीर में एनर्जी आ जाती है. इसे खाने के लिए बहुत दूर-दूर से लोग आते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में…
बलिया के दुकानदार चुनमुन ने बताया कि सत्तू बेचने का काम उनके बाबा-दादा के जमाने से होता आ रहा है. वह तमाम प्रकार के सत्तू बेचते हैं. यह सत्तू खुद अपने यहां गोसार में भूनकर तैयार करते हैं. वह घर पर ही मिक्स सत्तू तैयार करते हैं. इस सत्तू में चना, जौ, मक्का समेत कई अन्य चीजें मिलाया जाता है. वहीं, सत्तू खाने वालों को रहा मिर्च, चटनी और प्याज दिया जाता है.
इसके आगे पुआ और पूरी है फेल
दुकानदार ने बताया कि इसे खाने के लिए जनपद के कोने-कोने से लोग आते हैं. अधिकतर मजदूर वर्ग के लोग इसे खूब चाव से खाते हैं. गर्मी में इसकी डिमांड बढ़ जाती है. क्योंकि यह शरीर को ठंडक देती है. स्वाद का आनंद ले रहे बुजुर्ग ग्राहक विजय बहादुर, पारसनाथ और धनु कुमार राजभर ने कहा कि यह तुरंत तैयार हो जाता है. बस पानी और नमक मिलाकर आटे की तरह इसे साना जाता है. इसके बाद चटनी, अचार और प्याज के साथ इसे खाया जाता है. इसका स्वाद बड़ा आनंददायक होता है. इसके आगे पुआ पूरी आदि तमाम बड़े-बड़े व्यंजन भी फेल हैं.
जानें दुकान की सही लोकेशन
बलिया रेलवे स्टेशन के ठीक पीछे स्थित महुआ मोड़ से दो कदम आगे शिव मंदिर है. वहीं, मंदिर के निकट सड़क पर ही यह सत्तू की दुकान लगती है. जहां आप आकर इस देसी व्यंजन का स्वाद ले सकते हैं. इसे खाने वालों की भीड़ लगी रहती है.