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Mysterious Temple: लेपाक्षी मंदिर वास्तुकला और पुरातत्व का एक अनमोल खजाना है और इसका झूलता खंभा आज भी सभी के लिए एक रहस्य बना हुआ है. यह मंदिर चट्टानों को काटकर बनाया गया है और विजयनगर साम्राज्य की अद्भुत कला औ…और पढ़ें
लेपाक्षी मंदिर
हाइलाइट्स
- लेपाक्षी मंदिर का झूलता खंभा आज भी रहस्य है.
- यह मंदिर विजयनगर साम्राज्य की कला का अद्भुत उदाहरण है.
- वीरभद्र मंदिर आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में स्थित है.
Mysterious Temple: भारत में कई अद्भुत और रहस्यमी मंदिर हैं, जिनकी अलग-अलग मान्यताएं हैं. आज हम आपको एक ऐसी अनोखे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं. आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में स्थित लेपाक्षी का वीरभद्र मंदिर एक ऐसा छिपा खजाना है, जो इतिहास, सुंदर वास्तुकला और आध्यात्मिकता से भरपूर है. यह प्राचीन मंदिर भगवान शिव के अवतार वीरभद्र को समर्पित है. लेपाक्षी मंदिर, जिसे वीरभद्र मंदिर भी कहा जाता है, भारत की प्राचीन वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण है. यह मंदिर चट्टानों को काटकर बनाया गया है और विजयनगर साम्राज्य की अद्भुत कला और शिल्प को दर्शाता है.
अनोखी बनावट
इस मंदिर की अनोखी बनावट, धार्मिक कथाएं और शांत वातावरण इसे और खास अनुभव बनाते हैं.
यह मंदिर भगवान वीरभद्र को समर्पित है और इसमें बेहद सुंदर भित्ति चित्र और चित्रकला देखने को मिलती है. यह मंदिर एक छोटी सी पहाड़ी पर बना है जिसे कूर्मशैलम कहा जाता है, जिसका मतलब है कछुए जैसी पहाड़ी- क्योंकि इसकी आकृति कछुए जैसी है.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण महर्षि अगस्त्य ने करवाया था. यहां भगवान गणेश, नंदी, वीरभद्र, शिव, भद्रकाली, विष्णु और लक्ष्मी की मूर्तियां प्रमुख हैं. ऐसा भी माना जाता है कि जब रावण से युद्ध के बाद जटायू पक्षी घायल होकर गिरा था, तब वह इसी स्थान पर गिरा था. भगवान श्रीराम ने उससे कहा था – “ले पक्षी” यानी “उठो पक्षी”. तभी से इस स्थान का नाम लेपाक्षी पड़ा. यहां एक जगह ऐसी भी है जहां मां सीता के पांव की छाप मानी जाती है.