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Ayurvedic Self-Care: अगर आप बिना दवा या डॉक्टर की मदद के अपने मन और शरीर को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो आयुर्वेद द्वारा सुझाए गए इन सेल्फ-केयर रिचुअल्स को अपनी डेली लाइफ में शामिल कर लें. यकीन मानिए, ये आपकी लाइफ…और पढ़ें
छोटी-छोटी इन आदतों को अपनाकर हम अपनी मॉडर्न लाइफस्टाइल में एक बड़ा पॉजिटिव बदलाव ला सकते हैं.
हाइलाइट्स
- सुबह जल्दी उठना मानसिक स्थिरता और पाचन में फायदा करता है.
- तेल से कुल्ला करना ओरल हेल्थ और डाइजेशन में मदद करता है.
- भोजन के बाद 100 कदम चलना पाचन को मजबूत करता है.
Ayurvedic Self-Care Rituals Benefits: भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद का ख्याल रखने का वक्त कम लोगों को ही मिलता है. ऐसे में अगर आप आयुर्वेद की बताई गई कुछ आदतों को अपने लाइफस्टाइल में शामिल कर लें तो वाकई आपकी जिंदगी आसान हो सकती है. यह सेल्फ केयर का एक बेहतरीन तरीका हो सकता है जिसकी मदद से न केवल आप शारीरिक रूप से बेहतर महसूस करेंगे, बल्कि मानसिक रूप से भी बेहतर फील करेंगे. देर तक जागना, स्क्रीन टाइम का बढ़ना और अनियमित खानपान हमारी सेहत को चुपचाप नुकसान पहुंचा रहे हैं. ऐसे में आयुर्वेद, जो हजारों साल पुरानी भारतीय चिकित्सा प्रणाली है, मॉडर्न लाइफस्टाइल में भी राहत देने वाला एक बेजोड़ उपाय साबित हो रहा है. न्यूट्रिशनिस्ट्स श्वेता शाह यहां बता रही हैं कि आयुर्वेद की 5 सेल्फकेयर टिप्स को अपनाकर आप किस तरह कई परेशानियों को दूर रख सकते हैं.
जरूर अपनाएं आयुर्वेद के ये 5 सेल्फकेयर रिचुअल्स-
सुबह जल्दी उठना (Wake up early):
आयुर्वेद के अनुसार, सूर्योदय से पहले उठना शरीर की नेचुरल बॉडी क्लॉक के अनुकूल रखता है. इससे मेंटल स्टेबलिटी, एनर्जी, और डायजेशन में सुधार होता है. यह तनाव कम करने और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए भी जरूरी माना जाता है.