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what to do before going to hajj: कहीं भी जाने से पहले यदि वहां से जुड़े नियम और अन्य जानकारी मिल जाए तो इससे आसानी हो जाती है और लोग सावधान भी हो जाते हैं.
यूपी का यह शख्स 11 साल से हाजियों को मुफ्त मे दे रहा ट्रेनिंग
अलीगढ़. इस्लाम में मुस्लिम समुदाय के लोगों को हज करना बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है. इसलिए हर साल भारत सहित दुनिया भर के लोग हज करने सऊदी अरब पहुंचते हैं. हज पर जाने वाले लोगों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में सिविल लाइंस निवासी शमशाद खान हज पर जाने वाले लोगों को पिछले 11 साल से मुफ्त ट्रेनिंग देने का काम कर रहे हैं. इसके पीछे मकसद है कि हज पर जाने वाले लोगों को कोई दिक्कत न आए है. शमशाद हज से लौट कर आने वाले लोगों से फीडबैक भी लेते हैं ताकि वो हाजियों को और बेहतर ट्रेनिंग दे सकें. तो आज हम इसी बारे में आपको बताने जा रहे हैं कि हज यात्रियों को यात्रा पर जाने से पहले किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
ट्रेनर शमशाद का मानना है कि हज जाने वाले यात्रियों के लिए कार्यशाला बहुत जरूरी है. शमशाद खान हाजियों को हज जाने से पहले कार्यशाला आयोजित कर उन्हें पूरी तरह से मुफ्त ट्रेनिंग देते है. वो चाहते हैं कि जिससे सभी हाजी हज के फराइज और अरकान पूरी तरह से अदा कर सकें.
इन बातों का रखें ध्यान
जानकारी देते हुए शमशाद खान ने कहा कि हज यात्रा के दौरान लाखों की भीड़ होती है, इस वजह से हर हज यात्री को अपना आई कार्ड और हाथ में पहनने वाले कड़े को साथ में रखना चाहिए. भीड़ में खो जाने पर राष्ट्रीय तिरंगा शिविर के पास आकर सहायता लेनी चाहिए. हज यात्री हज के दौरान जरूरी सामान ही लेकर जाएं. वहां का तापमान लगभग 50 डिग्री तक होता है इसलिए खाने-पीने में भी संयम बरतने की जरूरत है. भीड़ में अगर किसी वजह से कोई सामान गिर जाए तो उससे झुक कर उठाने का प्रयास नहीं करना चाहिए. ऐसा करने पर भीड़ में कुचले जाने का खतरा रहता है. इसका विशेष ख्याल रखना चाहिए.
ट्रेनिंग देने वाले शमशाद खान ने बताया की वो वर्ष 2007 में हज के लिए गए थे तब उन्होंने देखा कि हज यात्रियों को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उसी समय उन्होंने ठान लिया था कि हिंदुस्तान वापस लौट कर वो हज पर जाने वाले लोगों को फ्री ट्रेनिंग देंगे ताकि दूसरे लोगों को हज करते समय किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े. इसकी बड़ी वजह हज से पहले हज के फराइज़ (फर्ज़ काम) और अरकान (ज़रूरी रस्म) न सीखना है.
उन्होंने कहा कि सेहत को लेकर भी हर हाजी को फिक्रमंद रहना चाहिए. हमारे देश के हज यात्रियों को हज यात्रा के समय गले की जकड़न, जुकाम और बुखार की शिकायत अधिक देखी जाती है. उसका बड़ा कारण वहां के अधिकतम तापमान में प्यास बुझाने के लिए बर्फ वाला ठंडा पानी पीना है. इसके कारण गला खराब होने की शिकायत बढ़ जाती है. ऐसे में वहां नॉर्मल पानी का ही उपयोग करना चाहिए. खाना उतना ही खाएं जितना जरूरी हो. यदि हाजी इन सब बातों का ध्यान रखकर हज पर जाए तो उसके बिनी किसी परेशानी के सारे फराइज और अरकान पूरे होंगे. इसी सोच के साथ वह पिछले 11 साल से मुफ्त में हज ट्रेनिंग दे रहे हैं.