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Mirch Ki Kheti: बाराबंकी के किसान चमन ने पारंपरिक खेती छोड़कर हरियाली मिर्च की खेती शुरू की, जिससे उन्हें कम लागत में अच्छा मुनाफा हुआ. 2-2.5 बीघे में खेती कर वे लाखों रुपये कमा रहे हैं.
हरियाली मिर्च की खेती
हाइलाइट्स
- हरियाली मिर्च की खेती से किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है.
- कम लागत और समय में हरियाली मिर्च की खेती फायदेमंद है.
- बाराबंकी के किसान चमन ने हरियाली मिर्च से लाखों कमाए.
Mirch Ki Kheti/ बाराबंकी: किसान अब पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर नई दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं. धान-गेहूं की बजाय वे अब हरियाली मिर्च ( हरी मिर्च) जैसी नकदी फसलों की खेती कर रहे हैं. हरियाली मिर्च की खेती किसानों के लिए कई दृष्टियों से फायदेमंद साबित हो रही है. इस फसल में लागत बहुत कम आती है और इसकी फसल तैयार होने में भी कम समय लगता है. साथ ही, बाजार में हरियाली मिर्च (हरी मिर्च) की मांग लगातार बनी रहती है, जिससे किसानों को इसकी अच्छी कीमत मिलती है. इन सभी कारणों से किसान इस खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं. कम समय में ही किसान लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं.
हरियाली मिर्च की खेती
जिले के एक किसान ने हरियाली मिर्च (हरी मिर्च) की खेती करके कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाया है और वह कई सालों से इस फसल से अच्छी कमाई कर रहे हैं. बाराबंकी जिले के बेरहरा गांव के निवासी किसान चमन ने पारंपरिक खेती के साथ-साथ हरियाली मिर्च की खेती की शुरुआत की और उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ. आज वह करीब 2 से 2.5 बीघे में हरियाली मिर्च (हरी मिर्च) की खेती कर रहे हैं और इस खेती से उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है.
हरियाली मिर्च की खेती के फायदे
किसान चमन ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि वे ज्यादातर सब्जियों की खेती करते हैं, लेकिन पिछले दो-तीन सालों से हरियाली मिर्च की खेती कर रहे हैं, क्योंकि इसमें लागत बेहद कम और मुनाफा कहीं अधिक है. वर्तमान में उनके पास 2 से 2.5 बीघे में हरियाली मिर्च लगी हुई है, जिसमें एक बीघे की लागत करीब 10 से 12 हजार रुपये आती है. इसमें बीज, पन्नी, खाद, कीटनाशक, दवाइयां, पानी और लेबर का खर्च आता है. वहीं, मुनाफा एक फसल पर 1 लाख रुपये से ज्यादा हो जाता है. इस मिर्च की खासियत यह है कि इसकी डिमांड बहुत अधिक रहती है, क्योंकि इसका उपयोग अचार के अलावा कई अन्य चीजों में भी किया जाता है, जिससे यह महंगी बिकती है.
इस विधि से करें खेती
चमन ने आगे बताया कि वे इस मिर्च की खेती मल्च विधि से करते हैं, जिससे कई फायदे होते हैं. इस विधि से खेतों में खरपतवार कम होता है और फसल की अच्छी पैदावार होती है.
चमन ने बताया कि इसकी खेती करना बहुत आसान है. पहले वे इसके बीज लाते हैं और नर्सरी तैयार करते हैं. फिर खेत की गहरी जुताई करते हैं, गोबर और अन्य खाद डालकर खेत में मेड बनाते हैं. जिसके बाद इस पर पन्नी डालकर हरियाली मिर्च के पौधे थोड़ी-थोड़ी दूरी पर लगाते हैं. उसके तुरंत बाद सिंचाई की जाती है. जब पौधे थोड़ा बड़े होने लगते हैं, तो उनमें खाद का छिड़काव किया जाता है, जिससे पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है. पौधों को लगाने के 60 से 70 दिन बाद फसल निकलने लगती है.