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दुनिया से विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुके गिद्ध भारत में दोबारा फलने-फूलने लगे हैं. गिद्धों की रिहाइश के लिए लखीमपुर खीरी जिला पसंदीदा बनता जा रहा है.
गिद्धों का झुंड
लखीमपुर खीरी: शहर में इन दिनों गिद्धों की चर्चा है. दरअसल लंबे समय बाद गिद्धों का एक बड़ा झुंड दिखाई दिया, जिससे पर्यावरण प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई. बता दें कि गिद्धों को प्रकृति के सफाईकर्मी कहा जाता है. लेकिन पिछले कुछ साल में इनकी संख्या में भारी कमी आ गई है.
बता दें कि गोला तहसील क्षेत्र के पूजा गांव के पास तटबंध के किनारे गिद्धों का झुंड बैठा देखा गया. इस नजारे को देख वहां मौजूद लोग हैरान रह गए. इसके बाद अंबर दीक्षित नाम के एक टीचर ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस वीडियो को देख कर लोग हैरान हैं. हर कोई ये जानना चाह रहा है कि ये आखिर कहा है.
गिद्धों की संख्या में बढ़ोतरी, पर्यावरण के लिए राहत
गिद्धों की घटती संख्या से पर्यावरण संतुलन बिगड़ने लगा था. बता दें कि इसे देखते हुए भारत सरकार और कई पर्यावरण संस्थाओं ने गिद्ध संरक्षण अभियान चलाया. इस प्रयास के बाद गिद्धों की आबादी धीरे-धीरे बढ़ने लगी. लेकिन अब भी इसकी संख्या काफी कम है.
गिद्धों की संख्या में बढ़ोतरी
बता दें कि दुधवा टाइगर रिजर्व और बफर ज़ोन में अब गिद्धों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है. ये पक्षी पर्यावरण को शुद्ध रखने और फूड चेन में अहम भूमिका निभाते हैं. तराई इलाके में गिद्धों का दिखना एक सकारात्मक संकेत है, जिससे पक्षी प्रेमियों में उत्साह है.
गिद्धों को पसंद हैं ऊंचे पेड़
गिद्ध ऊंचे पेड़ों पर रहना पसंद करते हैं और दुधवा व बफर ज़ोन में ऐसे पेड़ बड़ी संख्या में मौजूद हैं. यही कारण है कि ये इलाका गिद्धों के लिए सुरक्षित आशियाना बन रहा है. गिद्धों की बढ़ती संख्या पर्यावरण के लिए एक शुभ संकेत है और इनके संरक्षण के प्रयासों को और तेज़ करने की ज़रूरत है.
क्या खाते हैं गिद्ध
गिद्ध ऐसे पक्षी हैं जो मरे हुए जानवरों का मांस खाते हैं. ये सड़े हुए शवों को खाकर हमारे आस-पास की जगह को साफ़ रखने में बहुत मदद करते हैं. भारत में कई तरह के गिद्ध पाए जाते हैं, जैसे कि भारतीय गिद्ध, सफ़ेद पीठ वाला गिद्ध और लाल सिर वाला गिद्ध. ये अक्सर मरी हुई गाय, भैंस और दूसरे जंगली जानवरों को खाते हैं. इनकी नज़र बहुत तेज़ होती है और ये ऊँचा उड़ सकते हैं, जिससे इन्हें दूर से ही खाना मिल जाता है.