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मिर्जापुर में एक प्रेमी ने अस्पताल के बेड पर बैठे-बैठे ही प्रेमिका की मांग में सिंदूर डाल दिया. इस शादी की जानकारी जब लड़की के घरवालों को हुई तो वो अपनी बेटी को ले जाने लगे. लेकिन लड़की ने पति को छोड़ने से साफ़ इंक…और पढ़ें
आठ महीने से घायल प्रेमी से रचा ली शादी (इमेज- फाइल फोटो)
प्यार में लोग किसी भी बंधन को तोड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं. समाज की सारी बेड़ियां तोड़कर कपल एक-दूसरे के हो जाते हैं. मिर्जापुर में ऐसे ही एक प्रेमी जोड़े ने समाज के साथ ही साथ अपने घरवालों को भी ठेंगा दिखाते हुए सातों जन्म का रिश्ता जोड़ लिया. इस शादी के गवाह बने अस्पताल के स्टाफ और कई मरीज. बिल्कुल फ़िल्मी अंदाज में हुई इस शादी में प्रेमी ने अस्पताल के बेड पर बैठे-बैठे ही अपनी प्रेमिका की मांग में सिंदूर भर दिया.
मामला मिर्जापुर के मंडलीय अस्पताल से सामने आया. यहां अस्पताल के बेड पर पड़े घायल युवक ने सिंदूर से अपनी प्रेमिका की मांग भर दी. प्रेमी आठ महीने से अस्पताल में भर्ती है. वहीं प्रेमिका के घरवाले उसे प्रेमी से मिलने नहीं देते थे. दो अप्रैल को युवती अस्पताल आई और अपने साथ सिंदूर ले आई. उसने प्रेमी के हाथ से सिंदूर अपनी मांग में भरवाते हुए शादी कर ली. ये शादी आसपास में चर्चा का विषय बना हुआ है.
सात साल की लव स्टोरी
मिर्जापुर का शिवराज और लालगंज की पुष्पांजलि पिछले सात सालों से एक-दूसरे को जानते हैं. ढाई साल पहले पुष्पांजलि के घर में दोनों की मुलाकात हुई थी. इसके बाद दोनों की दोस्ती हुई और मामला प्यार तक जा पहुंचा. इस बीच दोनों ने शादी का भी फैसला किया. लेकिन आठ महीने पहले शिवराज का एक्सीडेंट हो गया जिसके बाद से वो अस्पताल में एडमिट था. दो अप्रैल को पुष्पांजलि अस्पताल आई और दोनों ने वहीं शादी कर ली.
घरवालों के साथ नहीं जाना
जब पुष्पांजलि के घरवालों को इसकी जानकारी हुई तो वो अपनी बेटी को साथ लेकिन लड़की ने साफ़ इंकार कर दिया. लड़की एक कहना है कि अब दोनों ने शादी कर ली है. दोनों को अब कोई अलग नहीं कर सकता है. पुष्पांजलि अभी बीएससी सेकंड ईयर की छात्रा है. उसका कहना है कि अगर ससुराल वाले पढ़ाएंगे तो वो आगे पढ़ना चाहेगी. वहीं शिवराज ने कहा कि दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं. अब उन्हें कोई अलग नहीं कर सकता.