रीवा. आजकल हमारी जीवनशैली इतनी व्यस्त हो गई है कि हम अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख पाते हैं. लोग सुबह जल्दी ऑफिस जाते हैं और रात को देर से घर लौटते हैं. फिर अगली सुबह जल्दी उठने के चक्कर में रात में जल्दी खाना खाकर सो जाते हैं. इससे भोजन को पचने और शरीर के अन्य अंगों तक ठीक से पहुंचने का समय नहीं मिल पाता, जिससे कई बीमारियां धीरे-धीरे घेर सकती हैं. इसके अलावा, कई लोगों को दोपहर के खाने के बाद तुरंत सोने की आदत होती है, जो सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है.
रीवा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉक्टर अक्षय श्रीवास्तव बताते हैं कि भोजन को पचने में तीन से चार घंटे का समय लगता है. यदि इस दौरान आप सो जाते हैं, तो आंतों में भोजन सही तरीके से पच नहीं पाता और शरीर को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पाते.
खाने के बाद तुरंत सोने के नुकसान
दोपहर या रात के खाने के बाद तुरंत सोने से शरीर पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं. इससे कई बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है.
पाचन तंत्र पर असर
अगर आप दोपहर या रात के खाने के बाद तुरंत सो जाते हैं, तो आपका पाचन तंत्र प्रभावित होता है. शरीर में कोई गतिविधि न होने की वजह से भोजन को पचाने में अधिक समय लगता है, जिससे उठने के बाद भी ताजगी महसूस नहीं होती.
हार्ट की समस्या
डॉक्टर सुगीता के अनुसार, खाने के बाद तुरंत सोने से पाचन सही तरीके से नहीं हो पाता. यदि आप तैलीय भोजन करते हैं, तो इससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है. यह हार्ट स्ट्रोक, ब्लॉकेज और अटैक के खतरे को बढ़ा सकता है.
एसिडिटी की समस्या
खाने के बाद टहलने से पाचन में मदद मिलती है, लेकिन तुरंत सोने से एसिडिटी बढ़ सकती है. लेटने से एसिड रिफ्लक्स होने लगता है, जिससे अपच, गैस और कब्ज की समस्या हो सकती है.
वजन बढ़ना
खाने के बाद तुरंत सोने से कैलोरी बर्न नहीं होती, जिससे वजन तेजी से बढ़ने लगता है. इसके बाद, अगर आप एक्सरसाइज भी करते हैं, तो वजन कम करना मुश्किल हो जाता है. इसलिए खाने के बाद कुछ देर टहलना या हल्का काम करना जरूरी है.
अनिद्रा और थकान
खाने के तुरंत बाद सोने से अपच की समस्या हो सकती है, जिससे अच्छी नींद नहीं आती. धीरे-धीरे यह अनिद्रा की समस्या पैदा कर सकती है, जिससे दिनचर्या प्रभावित हो सकती है और हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी भी हो सकती है.
डायबिटीज का खतरा
खाने के तुरंत बाद सोने से रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ सकती है. सोने के कारण शरीर एक्स्ट्रा फैट और शुगर को ठीक से पचा नहीं पाता, जिससे डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है. खाना खाने के बाद कुछ शारीरिक गतिविधियां करना बहुत जरूरी है.
खाने के बाद कब और कैसे सोना चाहिए
अगर आप बहुत थक गए हैं, तो डॉक्टर श्रीवास्तव के अनुसार, दोपहर के खाने के बाद सोफे या कुर्सी पर बैठकर कुछ देर आराम कर सकते हैं. लेकिन बेड पर नहीं सोना चाहिए. हालांकि, बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाएं अगर चाहें, तो आराम कर सकती हैं.
अगर कोई बीमार व्यक्ति है या डॉक्टर ने आराम करने को कहा है, तो उसे सोने की अनुमति है. स्वस्थ व्यक्ति को रात के खाने के दो से तीन घंटे बाद सोना चाहिए. बेहतर होगा कि रात का खाना शाम छह से सात बजे के बीच कर लिया जाए. यदि देर से खाना खाते हैं, तो हल्का भोजन लें और कम से कम एक घंटे बाद ही सोएं.
खाने के बाद सही मुद्रा में बैठना या सोना
खाने के बाद पेट के बल या पीठ के बल नहीं सोना चाहिए, इससे पाचन में परेशानी हो सकती है. पेट में दर्द और भारीपन महसूस हो सकता है. हमेशा करवट लेकर सोने की कोशिश करें. अगर आप खाना खाने के बाद बैठना चाहते हैं, तो आरामदायक मुद्रा में बैठें. पैरों पर पैर चढ़ाकर या गलत पोजीशन में बैठने से पेट में दर्द और असहजता हो सकती है.
खाने के बाद कौन सा आसन करे
खाने के बाद वज्रासन करना बहुत फायदेमंद होता है. इससे पाचन बेहतर होता है और शरीर को ऊर्जा मिलती है. यह आसन पैरों की मांसपेशियों को भी आराम देता है और वजन को नियंत्रित रखने में मदद करता है. इसके अलावा, इससे अपच की समस्या भी नहीं होती.