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Heart Attack Se kaise Bache: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में बढ़ती हार्ट अटैक की बीमारी लोगों को काफी परेशान कर रही है. कोई बिल्कुस फिट है, घंटों जिम में समय बिता रहा है फिर भी वह हार्ट अटैक का शिकार हो रहा है. …और पढ़ें
हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर अरुण
हाइलाइट्स
- मानसिक तनाव और गलत खानपान से बढ़ रही हार्ट अटैक की समस्या
- संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और मेडिटेशन से बचाव संभव
- कार्डियो चेकअप और धूम्रपान से दूरी बनाना जरूरी
भीलवाड़ा – आज के दौर में हर कोई व्यक्ति अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए कई प्रकार के तरीके आजमाते हैं, लेकिन इन दिनों फिट रहने के बाद भी लोगों में साइलेंट अटैक और हार्ट अटैक की शिकायतें बढ़ रही हैं. वहीं इस बारे में भीलवाड़ा के सबसे बड़े महात्मा गांधी जिला अस्पताल के अधीक्षक और हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर अरुण गौड़ का मानना है, कि फिट रहने के लिए आज के युवा जिम में ट्रेनिंग करते हैं और कई लोग तो शारीरिक व्यायाम भी हमेशा करते हैं, लेकिन कहीं ना कहीं मेंटल स्ट्रेस और रहन-सहन , खानपान का सही तरीके से ध्यान नहीं रखने के कारण लोगों में हृदय की बीमारियां बड़ी हैं, लेकिन वे बताते हैं, कि सही समय पर ब्लड प्रेशर और शुगर जैसी बीमारी को कंट्रोल किया जाए तो हार्ट अटैक की संभावनाएं कम हो जाती हैं. ऐसे में डॉक्टर से इस हार्ट अटैक की बीमारी के संबंध में हमने बातचीत की है, कि हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, तो चलिए जानते हैं.
अपनाना होगा यह तरीका
भीलवाड़ा के सबसे बड़े महात्मा गांधी जिला अस्पताल के प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर और हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर अरुण गौड़ ने Local 18 से खासबात करते हुए बताया, कि आज के दौर में लोगों में मानसिक तनाव इतना ज्यादा हो गया है, कि युवा पीढ़ी हृदय की बीमारियों से ग्रसित होने लगी है. आज के युवाओं का रहने का तरीका, खाने का तरीका, सोने का तरीका और खान-पान ऐसा हो गया है, कि वह जल्दी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. अगर हमें बीमारियों से बचना है, तो खान-पान पर ध्यान देना होगा. संतुलित खान पान को अपने दैनिक दिनचर्या में लाना होगा. समय-समय पर एक्सरसाइज, मेडिटेशन , व्यायाम करना होगा और धूम्रपान और शराब जैसी चीजों से दूरी बनानी होगी.
अस्पताल में हेल्थ चेकअप के दौरान कार्डियो चेकअप को भी शामिल करना होगा. इससे हृदय में होने वाली बीमारियों का पता लगाया जा सकता है. अगर ऐसा किया जाता है तो आज के युवा पीढ़ी में जो साइलेंट अटैक और हार्ट अटैक की शिकायतें हैं उन नियंत्रण किया जा सकता है. डॉ अरुण ने आगे कहा, कि लंबी बीमारी से पीड़ित लोगों को अपनी सेहत का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए. इसके अलावा जो डायबिटीज , शुगर और ब्लड प्रेशर के साथ गुर्दा संबंधित बीमारियों वाले रोगी हैं, उनको विशेष तौर पर अपनी हेल्थ का ध्यान देना जरूरी है.
जिम और व्यायाम करने वाले रखें ध्यान
डॉ अरुण ने कहा, कि रोज व्यायाम और जिम में एक्सरसाइज करने वालों को विशेष तौर पर इन बातों का ध्यान रखना चाहिए, कि व्यायाम और जिम करते समय आप डिहाइड्रेट नहीं हो. इसके अलावा जरूरत से ज्यादा जिम एक्सरसाइज और डाइट प्रोटीन लेना भी नुकसानदायक हो सकता है. इस दौरान मेंटल स्ट्रेस पर भी ध्यान देना जरूरी है और आप नियमित एक्सरसाइज करते हैं तो आपको कार्डियो चेकअप करवाना भी जरूरी है.
हार्ट अटैक आने से पहले के लक्षण
डॉ अरुण गौड़ ने बताया कि हार्ट अटैक आने से पहले छाती भारी होना , सीने में दर्द होना, ठंडा पसीना आना और कंधे और हाथ दर्द होना , मुंह के जबड़े में दर्द होना और सांस लेने में तकलीफ होना, यह हार्ट अटैक आने से पहले के लक्षण है. अगर आपको यह महसूस हो तो आपको जल्द ही डॉक्टर का परामर्श लेना चाहिए.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.