Last Updated:
गौतम बुद्ध नगर में यमुना प्राधिकरण सेक्टर 21 में फिल्म सिटी और सेक्टर 10 में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर विकसित कर रहा है. पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए सलाहकार कंपनी नियुक्त की गई है. यह परियोजना…और पढ़ें
यूपी का ये शहर बनेगा उद्योग नगरी: एक तरफ फिल्म सिटी दूसरी तरफ ईएमसी, जानिए कैसे
धीरेंद्र कुमार शुक्ला/ग्रेटर नोएडा- उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में शहरी विकास के तहत नई योजनाओं पर काम किया जा रहा है. इसी क्रम में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) द्वारा सेक्टर 21 में फिल्म सिटी और सेक्टर 10 में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (EMC) विकसित किए जाएंगे. इन दोनों परियोजनाओं के पर्यावरणीय प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, निर्माण कार्य के लिए एक सलाहकार कंपनी का चयन किया गया है, ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे.
क्या हैं ये दोनों प्रमुख प्रोजेक्ट?
फिल्म सिटी का निर्माण लगभग 1000 एकड़ और ईएमसी का 200 एकड़ क्षेत्र में किया जाएगा. फिल्म सिटी का पहला चरण 230 एकड़ में विकसित होगा, जिसकी शुरुआत इसी महीने के अंत तक होने की संभावना है और यह अगले 8 वर्षों तक जारी रहेगा. इस परियोजना को फिल्म निर्माता बोनी कपूर के नेतृत्व वाले एक कंसोर्टियम को सौंपा गया है. परियोजना की पहली चरण की भूमि का आवंटन पहले ही कर दिया गया है. यह फिल्म सिटी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर बनाई जाएगी.
इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (EMC) की योजना
राज्य सरकार ने यमुना विकास प्राधिकरण को स्टेट इम्प्लीमेंट एजेंसी के रूप में नामित किया है, जिसका उद्देश्य विश्वस्तरीय इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग केंद्र विकसित करना है. इस परियोजना के तहत, हैवेल्स इंडिया को यमुना विकास प्राधिकरण के सेक्टर 10 में 50 एकड़ भूमि आवंटित किए जाने की संभावना है. यह कंपनी कम से कम पांच अन्य कंपनियों के साथ एक विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) का गठन करेगी, जिन्हें शेष 150 एकड़ भूमि आवंटित की जाएगी.
क्लस्टर में किन उद्योगों को मिलेगा स्थान?
इस इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में विभिन्न उद्योग शामिल होंगे, जैसे-
- ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स
- औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स
- मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स
- कंप्यूटर हार्डवेयर
- टेली-कम्युनिकेशन और नेटवर्किंग प्रोडक्ट्स
इस योजना का उद्देश्य प्लग एंड प्ले सुविधाओं के साथ एक सिस्टम तैयार करना है, जिससे प्रमुख वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता और उनकी आपूर्ति श्रृंखलाओं को भारत में आकर्षित किया जा सके.
पर्यावरणीय प्रभाव और सलाहकार कंपनी की भूमिका
इस परियोजना के पर्यावरणीय प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए एक सलाहकार कंपनी को नियुक्त किया गया है. यह कंपनी परियोजना के कारण ऊर्जा खपत, अपशिष्ट उत्पादन और जल उपयोग में वृद्धि जैसे संभावित प्रभावों का अध्ययन करेगी और उनके समाधान के लिए योजनाएं तैयार करेगी. साथ ही, यह कंपनी स्थानीय, राज्य और केंद्र सरकार से पर्यावरणीय मंजूरी प्राप्त करने की भी जिम्मेदार होगी.
योजना पर तेजी से कार्य जारी
यमुना विकास प्राधिकरण ने इस योजना को लेकर विस्तृत कार्य योजना तैयार कर ली है और इस पर तेजी से काम किया जा रहा है. इन दोनों परियोजनाओं से क्षेत्र का औद्योगिक और आर्थिक विकास होगा, जिससे स्थानीय निवासियों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे.
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
March 12, 2025, 11:52 IST
यूपी का ये शहर बनेगा उद्योग नगरी: एक तरफ फिल्म सिटी दूसरी तरफ ईएमसी, जानिए कैसे की गई चयनित और क्या है प्रक्रिया, क्या मिलेगा लाभ