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Pimples treatment in hindi : किशोरावस्था में प्रवेश करते समय मुंहासों से किसका सामना नहीं हुआ होगा. ये बचपन के पीछे छूटने और टीनएज के दस्तक होते हैं. इस उम्र में हॉर्मोन्स गड़बड़ना आम बात है. हालांकि मुंहासे नि…और पढ़ें
जानें किन कारणों से निकलते हैं इस उम्र में चेहरों पर मुंहासे
सोनभद्र. बचपन से किशोरावस्था में प्रवेश करते समय मुंहासों से सामना होना आम बात है. कुछ किशोर मुंहासों से बेपरवाह दिखते हैं. हालांकि ज्यादातर किशोरों के लिए ये त्वचा की समस्या परेशान करने वाली हो सकती है. हमारे चेहरे पर मुंहासे निकल आने की इकलौती वजह हमारे गड़बड़ाए हुए हॉर्मोन्स नहीं होते हैं. बल्कि हमारे पेट में जमा कब्ज, हमारे दिमाग पर चढ़ा तनाव और हमारे शरीर में मौजूद अन्य बीमारियां भी होती हैं. कई बार शरीर की अंदरूनी नहीं बल्कि स्किन प्रॉब्लम के कारण भी हमें मुहांसे होते हैं. लोकल 18 इस संबंध में बातचीत करने डॉक्टर जितेंद्र पाल त्रिपाठी के पास पहुंचा.
महीनों तक निशान
डॉ. त्रिपाठी कहते हैं कि चेहरे पर पिंपल निकलने की समस्या आमतौर पर टीनएज से जोड़कर देखी जाती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस उम्र में हमारे शरीर में तेजी से हॉर्मोनल बदलाव हो रहे होते हैं. इस कारण हॉर्मोन्स लेवल डिस्टर्ब होने से हमारी स्किन पर पिंपल्स उगने लगते हैं, जो शुरुआत में किसी छोटे दाने या उभार की तरह महसूस होते हैं. फिर धीरे-धीरे करीब पांच से सात दिन में पकते हैं और पूरी तरह खत्म होने में करीब 10 से 15 दिन ले लेते हैं. ये हमारे चेहरे या गर्दन पर निशान छोड़ जाते हैं, जो महीनों तक हमारी त्वचा पर बना रहता है.
पनपने लगते हैं बैक्टीरिया
पिंपल न केवल हमें शारीरिक दर्द देते हैं बल्कि मानसिक पीड़ा भी देते हैं. ऐसे में इनसे बचने के तरीके जानना बेहद जरूरी है. कई बार खान-पान ठीक से न होने या पेट संबंधी किसी दिक्कत के चलते हमें कब्ज की समस्या हो जाती है. इससे हमारे शरीर के विषाक्त तत्व बाहर नहीं निकल पाते. हमारी बॉडी किसी भी तरह का गार्बेज अपने अंदर नहीं रखती और उसे बाहर निकालने का रास्ता खोजती है. इसी वजह से कब्ज के कारण जो भी हॉर्मफुल एलिमेंट्स हमारे शरीर में पनपते हैं, हमारा मेटाबॉलिज्म उन्हें स्किन के रोम छिद्रों से बाहर फेंकने लगता है. इस दौरान ये विषाक्त तत्व हमारे स्किन पोर्स को बंद कर देते हैं. जिस कारण हमारी त्वचा सांस नहीं ले पाती और उसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो पिंपल के रूप में हमें नजर आते हैं.
स्ट्रेस भी कारण
स्ट्रेस भले ही मानसिक बीमारी हो लेकिन यह हमारे पूरे शरीर और एनर्जी लेवल को प्रभावित करती है. इसलिए जरूरी है कि तनाव से बचने के तरीके अपनाए जाएं. तनाव के कारण हमारे शरीर में हैपी हॉर्मोन रिलीज होना कम हो जाता है. हमारे दिमाग को हैपी और रिलैक्स रखने में डोपामाइन और एंडोर्फिन नाम के हॉर्मोन्स मेन रोल प्ले करते हैं. स्ट्रेस के कारण इनका बनना कम हो जाता है और बॉडी हॉर्मोनल डिसबैलंस का शिकार हो जाती है. इसी का नतीजा होते हैं हमारे चेहरे पर उग आए पिंपल्स.
स्किन स्पेशलिस्ट से मिलें
कुछ लोगों की स्किन बहुत अधिक सेंसेटिव होती है. अति संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को दाने, पिंपल, वाइट हेड्स और ब्लैक हेड्स की समस्या अधिक सताती है. जिन लोगों की स्किन बहुत ऑइली या बहुत ड्राई होती है, उनकी स्किन पर एक खास तरह का बैक्टीरिया एक्टिव हो जाता है, जो दानों और पिंपल्स की वजह बनता है. अगर आपके चेहरे, कंधों और पीठ पर लगातार एक पिंपल के बाद दूसरा पिंपल पनप रहा है तो इसकी वजह स्किन बैक्टीरिया हो सकता है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि आप किसी स्किन स्पेशलिस्ट से ट्रीटमेंट लें.
दवा का रिऐक्शन
बॉडी पर कहीं भी और खासतौर पर चेहरे पर उग रहे पिंपल्स की एक वजह किसी दवाई का रिऐक्शन भी हो सकता है. कई बार हम किसी एक बीमारी को ठीक करने के लिए दवाइयां लेते हैं, जो हमारी उस बीमारी को तो ठीक कर देती हैं लेकिन उन दवाइयों की गर्मी के कारण या उनके रिएक्शन के कारण हमारे चेहरे पर पिंपल उग आते हैं. इसकी एक खास वजह उन दवाओं के कारण डिस्टर्ब हुआ हमारा डायजेस्टिव सिस्टम भी होता है. इस स्थिति में भी आपको डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए.
Sonbhadra,Uttar Pradesh
January 23, 2025, 22:07 IST