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अक्सर फिल्मों में कुंभ में बिछड़े भाई-बहन या अपनों की कहानी आपने देखी होगी. लेकिन इस बार महाकुंभ में ऐसा ना हो, इसके लिए कई इंतजाम किए गए हैं.
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आगाज हो चुका है. मात्र दो दिनों में ही करोड़ों लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं. इस दौरान पूरे प्रयागराज में भारी भीड़ देखने को मिल रही है. जब भी कुंभ या महाकुंभ का आयोजन किया जाता है, तब कई लोग अपनों से बिछड़ जाते हैं. कई बार लोग अपनों से मिल नहीं पाते और इसके कारण लोगों की जिंदगी हमेशा के लिए बदल जाती है. लेकिन इस बार ऐसा ना हो, इसका विशेष इंतजाम किया गया है.
महाकुंभ 2025 में ऐसा ना हो, इसके लिए प्रशासन ने काफी सख्त इंतजाम किये हैं. दो दिन में ही कई लोग अपने परिवार से बिछड़ गए. लेकिन प्रशासन की वजह से सभी अपनों से वापस मिल गए. मात्र दो दिन के अंदर ही अपनों से बिछड़ने वालों की संख्या हजारों में पहुंच गई है. लेकिन उन्हें अलग-अलग तरीकों से अपनों के पास पहुंचा दिया गया. इसके लिए लोग प्रशासन की जमकर तारीफ कर रहे हैं.
एडवांस तकनीक का इस्तेमाल
महाकुंभ की भीड़ को अपनों से मिलवाने के लिए उत्तरप्रदेश सरकार ने मेले में कई इंतजाम किये हैं. इसमें भुला-भटका शिविर जगह-जगह पर लगाए गए हैं. इसके साथ ही पुलिस सहायता केंद्र भी बनाए गए हैं. सिर्फ भीड़ में खोए लोगों के लिए विशेष रुप से निगरानी टावर बनाए गए हैं. इसमें तैनात कर्मी गुम हुए लोगों या भीड़ में घबराए दिख रहे लोगों पर नजर रखते हैं. इसके बाद उनसे बातचीत कर उनकी मुसीबत दूर करते हैं. कई केंद्र तो मात्र बच्चों और महिलाओं के लिए ही खोले गए हैं. इस बार डिजिटल उपकरण और सोशल मीडिया की सहायता से भी गुम हुए लोगों को अपनों से मिलवाया जा रहा है.
हजारों की मदद
दो दिन के अंदर महाकुंभ में हजारों लोग अपनों से बिछड़ गए थे. लेकिन इन्हें वापस परिवार से मिलवा दिया गया. इस बार लाउडस्पीकर की मदद से भी घोषणा की जा रही है. अगर यूपी सरकार के अनुमान पर यक़ीन करें तो महाकुंभ में चालीस करोड़ से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है. ऐसे में कोई अपनों से ना बिछड़े, इसके लिए प्रशासन हर सम्भव कोशिश में जुटा हुआ है.
January 15, 2025, 14:17 IST