फिरोजाबाद: वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए सरकारें पुराने हो चुके वाहनों के इस्तेमाल पर रोक के लिए नए-नए नियम और कानून बनाती जा रही हैं. हालांकि, सरकार लोगों को राहत देने के लिए पुराने वाहनों को स्क्रैप कराने पर कुछ फायदे भी दे रही है. लोग आसानी से अपने वाहनों को स्क्रैप करा सकें इसके लिए यूपी के कई जिलों में स्क्रैप सेंटर भी खोले जा रहे हैं. इसी के तहत अब उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के एक गांव में जिले का पहला व्हीकल स्क्रैप सेंटर शुरु किया गया है. प्रशासन और उद्योग विभाग की मदद से यहां पुराने वाहनों को काट-पीट कर स्क्रैप यानी कबाड़ में भेज दिया जाएगा. इससे पुराने वाहन धीरे-धीरे स्क्रैप में चले जाएंगे और उनसे होने वाला प्रदूषण भी नहीं होगा.
स्क्रैप में डाले जाएंगे 15 साल पुराने वाहन
फिरोजाबाद उद्योग उपायुक्त दुष्यंत कुमार ने लोकल 18 को बताया कि एआरटीओ कार्यालय द्वारा 15 साल से अधिक वाहनों को चलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. रोक तो लगा दी गई लेकिन पुराने वाहनों को काटने या उन्हें स्क्रैप में डालने की कोई व्यवस्था नहीं थी. इसे देखते हुए फिरोजाबाद उद्योग विभाग द्वारा नारखी में एक व्हीकल स्क्रैपिंग सेंटर बनाने की पहल शुरु का गई और फरवरी 2023 में यूपी ग्लोबल इनवेस्टर्स में एक एमओयू साइन किया गया. यहां अलग-अलग स्क्रैपिंग सेंटर के लिए 15 करोड़ के एमओयू हस्ताक्षरित कराए गए. अब पहला व्हीकल स्क्रैप सेंटर नारखी गांव के बरतरा रोड में बनकर तैयार हो चुका है. इसे तैयार करने में लगभग पांच करोड़ से भी ज्यादा का खर्चा आया है. इसमें लगी मशीनों का ट्रायल भी हो चुका है. इसके जरिए पुराने वाहनों को काटने में काफी मदद मिलेगी. फिरोजाबाद व्हीकल स्क्रैपिंग सेंटर फर्म ने लालऊ में भी 10 करोड़ का सेंटर स्थापित करने के लिए एमओयू साइन किया है.
22.50 रु प्रति किग्रा की रेट से काटे जाएंगे वाहन
फिरोजाबाद के नारखी गांव के पास स्थापित हुए व्हीकल स्क्रैप सेंटर पर सभी पुराने वाहन मशीनों द्वारा काटे जाएंगे और वाहन स्वामी को इसकी कीमत भी मिलेगी. इस स्क्रैप सेंटर पर 22.50 रुपए प्रति किग्रा के हिसाब वाहन स्क्रैप किए जाएंगे या कहें कि काटे जाएंगे. इसकी धनराशि संबंधित वाहन मालिक के खाते में भेजी जाएगी. वाहन स्वामी को इस स्क्रैप सेंटर पर वाहन कटवाने के बाद नया वाहन खरीदने पर टैक्स में भी छूट मिलेगी.
FIRST PUBLISHED : December 30, 2024, 19:29 IST