अखंड प्रताप सिंह/ कानपुर: जब भी कोई सड़क हादसा होता है या कोई दुर्घटना होती है. उसमें जब मौत की वजह सामने आती है तो अत्यधिक खून बह जाना होती है. जिससे अधिकांश लोग काल के मुंह में समा जाते हैं. अगर फर्स्ट एड में उन्हें ऐसी चीज मिल जाय, जिससे उनके खून को रोका जा सके, तो लोगों की जान बचाई जा सकती है. इसके साथ ही कई बार सेना में भी देखने को मिलता है कोई हमला होता है या किसी दुर्घटना के सैनिक शिकार होते हैं तो अत्यधिक खून बह जाने की वजह से उनकी भी जान पर बनती है. लेकिन अब आईआईटी कानपुर में एक ऐसा स्पंज तैयार किया है जो 1 मिनट के अंदर खून को बहना रोक देगा और वहां पर ब्लड क्लॉटिंग कर देगा. जिससे लोगों की जान बचाने में मदद मिल सकेगी.
समुद्री घास से तैयार किया स्पंज
आईआईटी कानपुर के डिपार्मेंट आफ मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग द्वारा यह स्पंज समुद्री घास से तैयार किया गया है. यह बेहद प्रभावी है. इसका टेस्ट भी कई लैब में हुआ है और इसका पेटेंट भी मिल चुका है. डीआरडीओ द्वारा भी इसका पेटेंट मिला है. आपको बता दें कि समुद्र के अंदर होने वाली लाल घास से यह स्पंज तैयार किया गया है. जिसके रिजल्ट बेहद पॉजिटिव हैं. ऐसे में यह एक बड़ा प्रीवेंटिव फर्स्ट एड के रूप में इस्तेमाल हो सकता है.
फर्स्ट एड में निभाएगा अहम भूमिका
सड़क हादसों में या फिर किसी दुर्घटना में सबसे जरूरी फर्स्ट एड होता है. फर्स्ट एड में अगर खून को रोकना हो तो यह एक बड़ा काम कर दिखायेगा. क्योंकि अभी आमतौर किसी चोट पर खून को क्लॉटिंग होने में 8 मिनट का समय लगता है. वहीं यह स्पंज सिर्फ 1 मिनट में खून का बहना रोक देगा और वहां पर क्लॉटिंग कर देगा. जिससे अत्यधिक खून नहीं बहेगा. इस स्पंज को तैयार करने वाले आईआईटी कानपुर के शोधार्थी कौशल ने बताया कि हमने देखा कि स्पंज किसी भी चीज को सुखा लेता है, तो हमारे मन में विचार आया क्यों न एक ऐसा स्पंज तैयार किया जाए जो खून को भी सुख दे और क्लॉटिंग करने में मदद करे. इसके बाद काफी स्टडी और शोध करने के बाद हमने समुद्री घास से सेल्यूलोज तैयार किया, जो एक बायोडिग्रेडेबल पदार्थ है. यह बेहद कारगर साबित हुआ. इसका एनिमल ट्रायल भी सफल रहा है और लैब टेस्ट में भी परिणाम बेहद अच्छे आए हैं. अब जल्द ही इसका ह्यूमन ट्रायल शुरू करने की तैयारी है. ताकि जल्द से जल्द इसको बाजार में लाया जा सके.
FIRST PUBLISHED : December 29, 2024, 12:01 IST