संभलः उत्तर प्रदेश के संभल में मस्जिद को लेकर एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग) ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. एएसआई का कहना है कि जामामस्जिद पर विभाग का कंट्रोल नहीं है. स्थानीय लोगों ने मस्जिद पर कब्जा कर रखा है. एएसआई को अपनी ही संपत्ति का निरीक्षण नहीं करने देते हैं. वहीं, मस्जिद में निर्माण कर मस्जिद के मूलरूप को बदल दिया गया है. मस्जिद की सीड़ियों पर रेलिंग लगाई गई है.
दरअसल, संभल जिला कोर्ट में एएसआई के वकील ने हलफनामा पेश किया. जिसके अनुसार, 25 जून 2024 को भी स्थानीय लोगों ने एएसआई को जामामस्जिद का निरीक्षण नहीं करने दिया था. इन मामलों में एएसआई ने अधिकारियों को रिपोर्ट भी की. लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकला. एएसआई संरक्षित जामामस्जिद की सीड़ियों पर मनमाने तरीके स्टील की रेलिंग लगाने के मामले में एएसआई ने संभल कोतवाली में साल 2018 में जामामस्जिद कमेटी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई थी.
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मस्जिद में मनमाने तरीके से नए निर्माण और असली रूप को मस्जिद कमेटी ने बदल दिया, यह बात हलफनामे में कही गई. आरोप है कि मस्जिद कमेटी ने न सिर्फ मस्जिद के मूल रूप को बदला है, बल्कि एएसआई संरक्षित धरोहर पर कब्जा कर किया और सर्वे करने से रोक दिया. जबकि प्राचीन संस्मारक पुरातत्वीय स्थल अवशेष अधिनियम 2010 के अनुसार स्मारक स्थल से 100 मीटर चारों ओर तक खनन और निर्माण पर रोक है. स्थल की मरम्मत को भी आगरा मंडलायुक्त से अनुमति अनिवार्य है. आदेश के उल्लंघन पर सजा और जुर्माने का प्रावधान है.
एएसआई के वकील विष्णु कुमार शर्मा ने हलफनामा दिया है. जामामस्जिद का एएसआई से कंट्रोल खत्म होना गंभीर है. उससे ज्यादा गंभीर है कि जामामस्जिद में नए निर्माण किए गए, जिससे मस्जिद पुराने स्वरूप में नहीं रही है. अब कोर्ट से कब्जा करने वालों और अवैध निर्माणा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.
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FIRST PUBLISHED : December 1, 2024, 08:31 IST