मऊ: उत्तर प्रदेश के मऊ में 5वीं तक के स्कूल की मान्यता लेकर 8वीं तक की कक्षाएं संचालित करना स्कूल मैनेजर को भारी पड़ गया है. बीएसए के निरीक्षण में भारी अनियमितताओं के मद्देनजर 2 स्कूल प्रबंधक पर केस दर्ज कराने का आदेश दिया गया है. वहीं, प्रबंध तंत्र को भंग करने की भी संस्तुति भी की.
बीएसए विद्यालयों में पहुंचे निरीक्षण करने
बीएसए संतोष कुमार उपाध्याय ने घोसी ब्लॉक के सहायता प्राप्त विद्यालयों का निरीक्षण करने पहुंचे थे. निरीक्षण में काफी अनियमितताएं निकल कर सामने आईं. जहांं सबसे पहले बीएसए ने एडम जूनियर हाई स्कूल और एडम पब्लिक स्कूल का निरीक्षण किया. इसमें प्रबंधक ने सहायता प्राप्त एडम गर्ल्स जूनियर हाईस्कूल के अध्यापकों को अपने निजी लाभ के लिए एडम पब्लिक स्कूल में पढ़ाने की ड्यूटी लगाई थी.
विद्यालय से स्टॉफ था गायब
यहां न तो मेनू के अनुसार भोजन बन रहा था और न ही यहां का स्टॉफ विद्यालय में उपस्थित पाए गए. इसके अलावा विद्यालय में शैक्षणिक माहौल शून्य पाया गया. प्रबंधक द्वारा मनमाना रवैया अपनाते हुए जूनियर हाईस्कूल के स्टॉफ को अपने निजी काम में लगाने से नाराज बीएसए ने यहां के प्रबंध तंत्र को भंग करने की संस्तुति दे दी. इसके साथ ही एडम पब्लिक स्कूल को बंद कराते हुए एक लाख का जुर्माना भी लगाया. साथ ही उन्होंने प्रबंधक के खिलाफ केस दर्ज कराने के आदेश दे दिया है.
स्कूल में हस्ताक्षर कर शिक्षिका थी गायब
इसके साथ ही एडम गर्ल्स जूनियर हाईस्कूल के समस्त स्टॉफ का वेतन भी रोक दिया. इसके बाद बीएसए ने बैसवाड़ा स्थित वसीयत यलूम गर्ल्स जूनियर हाई स्कूल का भी निरीक्षण किया. यहां भी निरीक्षण में शिक्षिका शमी खातून हस्ताक्षर लगाकर गायब थीं. वहीं, विद्यालय में शैक्षणिक माहौल शून्य पाया गया. साथ ही विद्यालय में बाहरी व्यक्ति पाए गए. बीएसए ने यहां भी प्रबंधक के खिलाफ केस दर्ज कराने का आदेश देते हुए समस्त स्टॉफ का वेतन रोक दिया.
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FIRST PUBLISHED : November 10, 2024, 11:09 IST