कांग्रेस के साथ सीटों का बटवारे समाजवादी पार्टी यूपी में नर्म रुख अपनाने को तैयार हो गई दिखती है, लेकिन महाराष्ट्र में उसने अपना रुख सख्त रखने के संकेत दिए हैं। वह वहां सीटों की संख्या के मामले में ज्यादा पीछे हटने को लेकर तैयार नहीं है। उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव में सीटों को लेकर कांग्रेस की खिन्नता को देखते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक सीट और छोड़ने का संकेत दिया है। दो सीट के अलावा सपा अब कांग्रेस को फूलपुर सीट दे सकती है।
अखिलेश यादव ने कहा है कि सपा कांग्रेस का गठबंधन उपचुनाव में मिल कर लड़ेगा और सीटों पर बातचीत चल रही है। हालांकि, सपा ने फूलपुर से पहले ही मुर्तजा सिद्दीकी को अपना प्रत्याशी घोषित कर रखा रखा है।
पिछले विधानसभा चुनाव में यह सीट भाजपा ने जीती थी। सूत्रों के मुताबिक सपा का मानना है कि यहां का जातीय समीकरण इस तरह कर है कि यहां से गठबंधन हर हाल में जीतेगा। चूंकि कांग्रेस का इस सीट के लिए विशेष दबाव है तो उसने वह अपने फूलपुर में अपने बढ़े कदम पीछे खींच सकती है। लेकिन यह संभव नहीं है कि उसके पांच सीटों पर दावे को मान लिया जाए।
अफसरों का नाम लिखकर रखें कार्यकर्ता सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने मंगलवार को उपचुनाव से पहले गोपालपुर में जनसभा की। शिवपाल ने कहा कि चुनाव की व्यवस्था में लगे अधिकारी उपचुनाव निष्पक्ष रूप से कराने का कार्य करें। अगर कोई अधिकारी बेईमानी करने की कोशिश करता है तो पार्टी कार्यकर्ता उसका नाम लाल स्याही से लिखकर रखें।
महाराष्ट्र में पीछे हटने को तैयार नहीं
सपा के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक सपा ने मध्यप्रदेश व हरियाणा में बढ़े कदम पीछे खींचे ताकि गठबंधन की जीत हो। लेकिन अब चूंकि महाराष्ट्र में कई सीटों पर हमारा जनाधार है तो हमने महाविकास अघाड़ी में बारह सीटें मांगी है। पांच पर प्रत्याशी तय कर प्रचार शुरू किया है। अब हम सम्मानजनक सीटें चाहते हैं। उसके लिए कांग्रेस व अन्य घटकों से बातचीत जारी है लेकिन हम लोग कुछ सीटों पर जरूर लड़ेंगे। हरियाणा की तरह हम लोग यहां पूरी तरह से पीछे नहीं हटेंगे।