यूपी में नौ सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस को तीसरी सीट देने का संकेत दिया है। सपा प्रमुख की तरफ से मिले संकेतों के बाद कांग्रेस ने आज बैठक बुला ली है।
यूपी में नौ सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सात सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। कांग्रेस के लिए अलीगढ़ की खैर और गाजियाबाद यानी दो सीटें छोड़ी गई हैं। जबकि कांग्रेस पांच सीटें मांग रही थी। मतभेद बढ़ते देख अखिलेश कांग्रेस को एक और सीट देने का संकेत दिया है। माना जा रहा है कि इस सीट पर सपा अपना प्रत्याशी वापस ले लेगी। सपा के रुख के बाद कांग्रेस ने बुधवार को बैठक भी बुला ली है।
यूपी में कांग्रेस की खिन्नता को देखते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रयागराज की फूलपुर सीट दे सकती है। अखिलेश यादव ने कहा है कि सपा कांग्रेस का गठबंधन उपचुनाव में मिलकर लड़ेगा और सीटों पर बातचीत चल रही है। सपा ने फूलपुर से मुर्तजा सिद्दीकी को अपना प्रत्याशी घोषित कर रखा रखा है। पिछले विधानसभा चुनाव में यह सीट भाजपा ने जीती थी।
सूत्रों के मुताबिक सपा का मानना है कि यहां का जातीय समीकरण इस तरह कर है कि यहां से गठबंधन हर हाल में जीतेगा। चूंकि कांग्रेस का इस सीट के लिए विशेष दबाव है तो उसने वह अपने फूलपुर में अपने बढ़े कदम पीछे खींच सकती है। लेकिन यह संभव नहीं है कि उसके पांच सीटों पर दावे को मान लिया जाए।
सपा के नर्म रुख के बाद कांग्रेस ने बुलाई बैठक
लंबी जद्दोजहद के बाद लगभग यह तय माना जा रहा है कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का साथ बना रहेगा। सपा द्वारा मंगलवार को कांग्रेस को एक और सीट फूलपुर देने का संकेत दिए जाने के बाद प्रदेश नेतृत्व भी काफी हद तक संतुष्ट नजर आ रहा है। यूपी विधानसभा उपचुनाव को लेकर दिल्ली में बुधवार को अहम बैठक होने वाली है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी शामिल हो सकते हैं।
उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों कुंदरकी, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, मीरापुर, गाजियाबाद, करहल, खैर और सीसामऊ में उपचुनाव होना है। सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और सपा के बीच खींचतान बनी हुई थी। कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व नौ सीटों में काम से कम पांच सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता था, लेकिन सपा द्वारा सात सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद दोनों में तनातनी बढ़ गई।
कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व लगातार सीटों के बंटवारे को लेकर नाराजगी जताता रहा। इससे यह अटकलें तेज हो गई हैं विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस व सपा की राह जुदा हो सकती है, लेकिन मंगलवार को फूलपुर सीट दिए जाने का संकेत मिलने के बाद रुख में इसमें नरमी आते हुए दिखाई दे रही है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो कांग्रेस गाजियाबाद, खैर व फूलपुर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने पर बुधवार को दिल्ली में होने वाली बैठक पर फैसला ले सकती है। इस बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर भी चर्चा हो सकती है और यह तय किया जाएगा कि कांग्रेस का अगला कदम क्या होगा। विधानसभा उपचुनाव के लिए क्या करना है।
कांग्रेस डाली शर्मा व चारू केन को बना सकती है प्रत्याशी
पार्टी सूत्रों की मानें तो चुनाव लड़ने की स्थिति में खैर विधानसभा सीट से चारु केन के नाम पर चर्चा हो सकती है। चारु वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ थीं और खराब परिस्थितियों में भी वह 65302 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहीं। चारु ने हाल ही में बसपा का साथ छोड़कर कांग्रेस हो गई हैं। गाजियाबाद सीट से डॉली शर्मा पर कांग्रेस दांव लगा सकती है। डॉली इसी साल हुए लोकसभा का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ी चुकी हैं।