घोरावल, हिन्दुस्तान संवाद। जिले में पुरातात्विक अवशेषों तथा पर्यटन की असीम संभावना को देखते
घोरावल, हिन्दुस्तान संवाद। जिले में पुरातात्विक अवशेषों तथा पर्यटन की असीम संभावना को देखते हुए शिवद्वार में शिवद्वार स्थलीय संग्रहालय का लोकार्पण डेढ़ दशक पूर्व किया गया। शासन द्वारा पुरातात्विक अवशेषों तथा मूर्तियों के संरक्षण के लिए स्थलीय संग्रहालय का निर्माण कराया गया जिसमें पुरातात्विक अध्ययन तथा धरोहरों को संरक्षण की बात की गई। लेकिन पिछले पांच वर्षों से स्थलीय संग्रहालय का सुध लेने वाला कोई नहीं है ना तो पेंटिंग की जा रही है नहीं संग्रहालय का ताला खोला जा रहा है। इससे संग्रहालय भवन जीर्ण अवस्था में है। इस समस्या की तरफ कई बार स्थानीय लोगों द्वारा जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया गया लेकिन ढाक के तीन पात की कहावत चरितार्थ हो रही है। घोरावल व्यापार मंडल अध्यक्ष दयाशंकर गुप्ता एवं शिवद्वार सेवा समिति के अध्यक्ष सुरेश गिरी ने उपरोक्त समस्या की तरफ जिला अधिकारी का ध्यान आकृष्ट किया है।