UP Police News: जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही योगी सरकार की मंशा के अनुरूप ही गोरखपुर में तैनात पुलिस अफसर भी कार्रवाई के मूड में है। जिले में दागी पुलिस वालों की सूची तैयार की जा रही है। मुख्यालय से रिपोर्ट मांगे जाने के बाद केस दर्ज कर दागी बने पुलिस वालों के अलावा 58 की उम्र पार कर चुके दागी पुलिस वालों को भी सूची में शामिल किया जा रहा है। खबर है कि जिले के सात पुलिसवालों के नाम इस सूची में शामिल है, जिनकी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। जल्द ही फाइल मुख्यालय भेजी जाएगी। उधर, पिछले वर्ष भेजे गए एक दरोगा की बर्खास्तगी की फाइल पर अभी मुख्यालय से फैसला नहीं हो सका है। जिस पर रिमाइंडर भी भेजे जाने की तैयारी है।
बयान के लिए न्यायालय से मांगी गई अनुमति
हवाला के रुपये लूट के मामले में जेल में बंद दरोगा आलोक सिंह का अभी बयान दर्ज नहीं हो सका है। इस वजह से इनकी जांच लटकी है। इसी तरह रामनगर कड़जहां चौकी इंचार्ज रहे शंभू साहनी का बयान भी लटका हुआ है। उनके बयान के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है। वहीं, आलोक सिंह के बयान के लिए जेल प्रशासन के इनकार के बाद अब पुलिस की ओर से न्यायालय से अनुमति मांगी गई है। जल्द ही जांच पूरी करने के बाद रिपोर्ट भेजी जाएगी।
हर वर्ष मांगी जाती है दागियों की सूची
मुख्यालय की ओर से हर वर्ष ही दागी पुलिस वालों की सूची मांगी जाती है। फिर उन पर कार्रवाई होती है। इस सूची में उन्हीं लोगों के नाम शामिल किए जाते हैं, जिन पर आरोप तय हो। ज्यादातर को जबरन रिटायरमेंट दिया जाता है। पिछले साल भी एक पुलिसकर्मी का नाम भेजा गया था, हालांकि उस पर अभी तक कार्रवाई नहीं हो सकी है। उसके लिए रिमाइंडर भेजने की तैयारी है।
50 लाख लूट में फंसे दरोगा की जांच अंतिम दौर में
एसएसपी डॉ.गौरव ग्रोवर ने अपने दो वर्ष के कार्यकाल में गंभीर शिकायत आने पर पुलिसवालों पर न सिर्फ विभागीय कार्रवाई की है बल्कि केस दर्ज कर जेल तक भेजा है। कोतवाली इलाके में 50 लाख लूट के मामले में जेल गए दरोगा आलोक कुमार सिंह के अलावा तीन अन्य पुलिस वालों पर भी केस दर्ज हो चुका है। इसकी जांच चल रही है। इन सभी का नाम विभागीय कार्रवाई की सूची में शामिल कर दिया गया है। अब इनके जांच को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके बाद दोषी करार कर फाइल को बर्खास्ती के लिए भेजा जाएगा। सूची में नाम शामिल कर इनकी जांच तेज कर दी गई है।