यूपी के बहराइच में बवाल के बाद मुठभेड़ की असलियत मेडिकल रिपोर्ट खोलेगी। अब मृतक की पत्नी कानूनी प्रक्रिया के तहत मेडिकल रिपोर्ट हासिल करने की बात कह रही हैं, ताकि मुठभेड़ की असलियत सामने आ सके।
यूपी के बहराइच में नेपाल भागने के फिराक में लगे सरफराज, मोहम्मद तालिब समेत पांच हत्यारोपितों को पुलिस ने महराजगंज कस्बे के बाहर से गिरफ्तार किया था। आला कत्ल बरामदगी के दौरान पुलिस की मुठभेड़ में दोनों मुख्य आरोपितों के पैर में गोली लगी थी। मृतक रामगोपाल के परिजन इस मुठभेड़ व गोली लगने पर सवाल उठा रहे हैं। अब मृतक की पत्नी कानूनी प्रक्रिया के तहत मेडिकल रिपोर्ट हासिल करने की बात कह रही हैं, ताकि मुठभेड़ की असलियत सामने आ सके।
हरदी थाने के महराजगंज कस्बे में 13 अक्टूबर को गोली मारने से राम गोपाल की मौत मामले में सरफराज व मोहम्मद तालिब मुख्य आरोपी बनाए गए हैं। हत्या के दिन से ही सभी फरार हो गए थे। पुलिस इनकी तलाश में जुटी थी। 17 अक्टूबर को कस्बे के बाहर एक फैक्ट्री के पास नेपाल भागने के लिए एकत्र हुए पांचों आरोपितों को घेराबंदी कर हरदी व बौंडी की पुलिस ने दबोच लिया था। आला कत्ल बरामदगी के लिए सरफराज व मोहम्मद तालिब को पुलिस कोतवाली नानपारा के हांडा बसहरी नहर पुलिया के पास ले गई थी। तभी दोनों ने पुलिस जवानों को धक्का दे दिया था। पहले से ही झाड़ियों में छिपाए गए लोड असलहों से जवानों पर फायरिंग कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से दोनों घायल हो गए थे। पुलिस उन्हें तत्काल सीएचसी नानपारा ले गई थी। प्राथमिक उपचार के बाद एंबुलेंस व भारी सुरक्षा में जिला अस्पताल ले जाया गया था, जहां पांच सदस्यीय चिकित्सकीय टीम ने दोनों को मेडिकल परीक्षण किया था।
घटना के कुछ घंटे बाद मृतक के पिता व पत्नी का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दोनों ने मुठभेड़ पर पुलिस की भूमिका संदिग्ध बताई थी। मृतक की पत्नी रोली मिश्रा ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट के लिए वह प्रयास कर रही हैं, ताकि असलियत सामने आए कि गोली लगी भी कि नहीं, उन लोगों को मुठभेड़ में कहां- कहां गोली लगी है। इसके लिए वह अधिवक्ता की मदद से मेडिकल रिपोर्ट हासिल करने के प्रयास कर रही हैं।
जनरल सर्जन व आर्थो की टीम ने किया परीक्षण
जिला अस्पताल लाए गए मुठभेड़ में दोनों घायल हत्यारोपितों के मेडिकल परीक्षण के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित की गई थी। इसमें बेहोशी, जनरल सर्जन संग आर्थोपेडिक चिकित्सक भी शामिल किए गए थे। जिनकी ओर से अपनी रिपोर्ट में मेडिकल के हर बिंदु अंकित किए हैं। ऐसे में मेडिकल रिपोर्ट को लेकर मृतक की पत्नी की ओर से जताया जा रहा शक चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्या कहते हैं विधि विशेषज्ञ
अधिवक्ता सभाराज सिंह बताते हैं कि मुठभेड़ को लेकर मृतक की पत्नी की ओर से जताए जा रहे शक को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। मेडिकल रिपोर्ट हासिल किया जा सकता है। वह लीगल तौर पर अपने अधिवक्ता के माध्यम से इसे प्राप्त कर सकती हैं। पुलिस को भी देना पड़ सकता है। रिपोर्ट में मेडिकल करने वाले चिकित्सकों की ओर से हर बिंदु का उल्लेख किया गया होगा।