उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) आठ और कांग्रेस दो सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सपा ने कांग्रेस को गाजियाबाद और अलीगढ़ की खैर सीट दी है। हालांकि अजय राय को ही इसकी जानकारी नहीं है।
उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) आठ और कांग्रेस दो सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सपा ने कांग्रेस को गाजियाबाद और अलीगढ़ की खैर सीट दी है। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने गुरुवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि उपचुनाव के लिये हुए समझौते के तहत अलीगढ़ जिले की खैर विधानसभा सीट के साथ-साथ गाजियाबाद सीट पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारेगी। वहीं, कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि उन्हें अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और कांग्रेस पांच सीट की मांग कर रही थी।
इससे पहले सपा ने मीरापुर से भी अपना प्रत्याशी उतार दिया है। इस तरह सपा दस में से सात सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है। दो सीट कांग्रेस को देने के बाद अब केवल एक संभल की मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर प्रत्याशी का ऐलान बाकी है।
यूपी की 10 विधानसभा सीटों कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मिल्कीपुर (अयोध्या), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर नगर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) पर उपचुनाव होना है। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट को छोड़कर प्रदेश की दस में से नौ सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की थी। न्यायालय में एक याचिका लम्बित होने के कारण मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव का ऐलान नहीं किया गया।
इनमें से नौ सीट वर्ष 2022 में निर्वाचित हुए विधायकों के लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थीं। कानपुर की सीसामऊ सीट सपा विधायक इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में सजा के कारण रिक्त हुई है। इन विधानसभा सीटों पर 13 नवम्बर को उपचुनाव के तहत मतदान होगा और परिणाम 23 नवम्बर को घोषित किये जाएंगे। कल 18 अक्टूबर से नामांकन का दौर शुरू होगा। 25 अक्टूबर तक नामांकन किया जा सकेगा। 28 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 30 अक्टूबर तक नाम वापसी हो सकेगी।