यूपी के हरदोई जिले की सवायजपुर तहसील क्षेत्र में बैक डेट में दाखिल खारिज करने के एक मामले को लेकर संडीला तहसील की एसडीएम और तहसीलकर्मी के बीच बातचीत का एक ऑडियो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। ऑडियो में एसडीएम बोल रही हैं कि भले 10, 20, 50 हजार खर्च कर दो, लेकिन मेरे दस्तखत वाला पन्ना रिकॉर्ड से हटा दो। हालांकि लाइव हिन्दुस्तान ऐसे किसी वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
दरअसल एसडीएम का प्रमोशन होने के बाद भी अरुणिमा श्रीवास्तव ने दाखिल-खारिज की फाइल पर सवायजपुर तहसीलदार की हैसियत से बैक डेट में दस्तखत किए थे, लेकिन अब उसी मामले में एक सप्ताह पहले जांच शुरु हुई तो एसडीएम सण्डीला अपने को बचाने के लिए अभिलेखागार गई सरकारी फाइल में छेड़छाड़ करने के लिए चाहे जो भी रुपए खर्च हों, खर्च करने की बात कर रही हैं।
वायरल ऑडियो एसडीएम और उनके अधीनस्थ पेशकार रहे कर्मचारी का बताया जा रहा है। इसमें महिला अधिकारी 28 जून 2023 को हुए आदेश और आईं फाइलों का जिक्र कर रही हैं। पूछ रही हैं कि फाइल कहां है। कर्मचारी ने रिकॉर्ड रूम में दाखिल करने की बात कही तो पूछा कि आदेश लगा है या नहीं? जब आदेश हटा लिया था तो वह दाखिल कैसे किया। दस्तखत वाला आदेश लगाया है या ऑनलाइन वाला? उन्होंने कहा कि अब उसमें जांच हो रही है। इसमें किसी तरह रिकॉर्ड से आदेश हटवाइए। फिर चाहे उसके लिए 10, 20 50 हजार लगे, उसमें दस्तखत वाला पन्ना हटाइए।
यह है मामला
दाखिल खारिज का यह मामला सवायजपुर तहसील क्षेत्र के डियासर गांव का है। 2023, जून से यहां 0.975 हेक्टेयर व बरौली में 0.0510 हेक्टयर भूमि के दाखिल खारिज को लेकर विवाद है। इसमें लोकायुक्त से शिकायत की गई है। इसमें उप जिलाधिकारी अरुणिमा श्रीवास्तव (तत्कालीन तहसीलदार सवायजपुर) के ऊपर बैक डेट में दाखिल खारिज का आदेश पारित करने का आरोप है। इसकी जांच जिलाधिकारी एमपी सिंह के आदेश पर अपर जिलाधिकारी प्रियंका सिंह कर रही हैं। अरुणिा श्रीवास्तव मौजूदा समय में संडीला तहसील में उप जिलाधिकारी हैं।
संडीला उप जिलाधिकारी अरुणिमा श्रीवास्तव ने बताया, ऑडियो क्लिप को काट-छांटकर वायरल किया गया है। इसमें अधूरी बात आ रही है। संबंधित कर्मचारी ने फर्जीवाड़ा किया है। उसके खिलाफ रिपोर्ट लिखाउंगी। मैंने कोई गड़बड़ी नहीं की है। मैंने अपर जिलाधिकारी को पूरे मामले में अपना स्पष्टीकरण दे दिया है।
अपर जिलपधिकारी प्रियंका सिंह ने बताया, लोकायुक्त के आदेश पर बैक डेट में दाखिल खारिज करने के आरोपों की जांच कर रही है। वायरल ऑडियो की भी जांच होगी। पता किया जाएगा कि यह कब का है? इसके बाद पूरी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौपेंगी।