यूपी के गोरखपुर में राजकीय स्पर्श इंटर कॉलेज के तीन अध्यापकों के तबादले रुकवाने के लिए बड़ी संख्या में दृष्टिबाधित छात्र कलेक्ट्रेट पहुंच गए। छात्रों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। इसके बाद छात्रों ने डीएम कार्यालय का शीशा तोड़ दिया, अफसरों को अपशब्द भी कहे। छात्रों को उग्र देख प्रशासन ने भी सख्त रवैया अपनाया और परिसर से खदेड़कर बस में बिठाया। करीब तीन घंटे तक चला हाई वोल्टेज ड्रामा दो बजे समाप्त हुआ। अधिकारियों का कहना है प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने डीएम दफ्तर की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। दरवाजे को धक्का देकर हिलाया। अधिकारियों के साथ धक्कामुक्की और हाथापाई भी की।
शहर के लालडिग्गी स्थित राजकीय स्पर्श इंटर कॉलेज में कक्षा एक से लेकर 12 वीं तक कुल 100 विद्यार्थी हैं। उनको पढ़ाने के लिए 14 अध्यापक तैनात हैं। छात्रों का कहना है कि बीते एक अक्तूबर को एलटी ग्रेड सहायक अध्यापक शारदा प्रजापति का तबादला बलिया, विनोद कुमार का महराजगंज और सचिंद्रनाथ मिश्रा का मिर्जापुर कर दिया गया। इससे पठनपाठन प्रभावित हो रहा है। साथ ही मानदेय भी नहीं बढ़ाया जा रहा है। हॉस्टल में साफ-सफाई भी नहीं हो रही है।
इन्हीं मांगों को लेकर गुरुवार को सुबह करीब 11 बजे 50 छात्र डीएम से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे। बताया जा रहा है कि कार्यालय पहुंचते ही छात्र डीएम कार्यालय में घुसने की कोशिश करने लगे। सुरक्षाकर्मियों ने रोकना चाहा तो डंडे से पीटकर कार्यालय का शीशा तोड़ दिया। उनकी हरकतों को देखकर भारी संख्या में पुलिस बुला ली गई। मौके पर एडीएम फाइनेंस विनीत कुमार सिंह, एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह, सीआरओ सुशील कुमार गौड़ सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। विद्यालय के प्रधानाचार्य लक्ष्मीशंकर जायसवाल भी आ गए। बच्चों को समझाने में जुटे रहे। दोपहर करीब सवा दो बजे छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी। आरोप है कि उन लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों संग धक्कामुक्की की। इससे बिफरे कलेक्ट्रेट कर्मचारियों और होमगार्ड जवानों ने पुलिस के साथ मिलकर छात्रों को बाहर कर दिया। इसके बाद कलेक्ट्रेट के गेट पर ताला बंद कर दिया गया। किसी के आने जाने पर रोक लगा दी गई।
उपद्रव करने वाले सात छात्र किए गए निलंबित
कलेक्ट्रेट परिसर में उपद्रव मचाने वाले सात छात्रों को चिह्नित कर प्रशासन ने निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही उनके अभिभावकों को दो दिन के अंदर बुलाया गया है।
डीएम कृष्णा करुणेश ने बताया, सुबह करीब 11 बजे 50 की संख्या में छात्र शिक्षकों का तबादला रुकवाने को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। वहां पहुंचते ही कुछ ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। काफी समझाने के बाद भी जब नहीं माने तो उन्हें बस में बैठाकर उनके छात्रावास भेज दिया गया।