यूपी के गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में महराजगंज जिले से अपनी दादी का इलाज कराने आए युवक को 15 से 20 की संख्या में जूनियर डॉक्टरों ने कमरे में बंद कर बुरी तरह पीटा और कार्यवाही से बचने के लिए जबरन समझौता पेपर पर हस्ताक्षर करा लिया। सीनियर डॉक्टर ने युवक को आरोपितों की पहचान के लिए बुलाया मगर जूनियर डॉक्टर फोन बंद कर गायब मिले। पीड़ित ने गुलरिहा पुलिस को लिखित तहरीर देकर किसी रिश्तेदार की सहायता से स्वास्थ्य मंत्री को फोन कर दिया। जिसके बाद मेडिकल कालेज का माहौल गर्म हो गया, मेडिकल कालेज प्रशासन मामले की जांच कराने जुटा है।
जानकारी के मुताबिक महराजगंज जिले के चौक थाना क्षेत्र के भगवानपुर उर्फ़ भूलना निवासी ऐश्वर्य पति त्रिपाठी की दादी की तबीयत बिगड़ने पर शुक्रवार की शाम बीआरडी मेडिकल कालेज भर्ती कराया गया, जिसे रात दस बजे वार्ड नंबर 5 बेड नम्बर 56 पर शिफ्ट कर दिया गया। ऐश्वर्य का आरोप है कि शनिवार की सुबह साढ़े आठ बजे डॉ शाहनवाज दादी को देखने आए और रिपोर्ट मांगने लगे, पीड़ित ने रिपोर्ट नौ बजे के बाद मिलने की बात कही, इतने सी बात पर डॉ शाहनवाज गाली देने लगे, जिसके बाद कुछ दोनो के बीच कुछ कहासुनी हुई और डॉ शाहनवाज 15 से 20 जूनियर डॉक्टरों को बुलाकर युवक को एक कमरे में ले जाकर बुरी तरह मारा पीटा।
आरोप है कि कार्यवाही से बचने के लिए विभाग के एक सीनियर डॉक्टर ने मेडिकल चौकी पुलिस की मदद से जबरन समझौता करा दिया। पीड़ित युवक अपने परिजनो के साथ गुलरिहा पुलिस को तहरीर दी और एक रिश्तेदार की मदद से स्वास्थ्य मंत्री को घटना की जानकारी दे दी। जिसके बाद मेडिकल क\लेज प्रशासन के हाथ पाव फूलने लगे तो पीड़ित के नंबर पर आरोपितों की पहचान करने के लिए लगातार फोन आने लगा। होना क्या था? जवाब मिला कि जूनियर डॉक्टर नंबर बंद कर दिए है और जांच कर कार्यवाही की जाएगी।