पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट के वजन को लेकर काफी ज्यादा कॉन्ट्रोवर्सी हुई थी। इस पर पहली बार छह बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरीकॉम ने खुलकर अपनी बात रखी है।
पेरिस ओलंपिक खेलों में विनेश फोगाट के साथ वजन को लेकर जो कॉन्ट्रोवर्सी हुई थी, उसको लेकर अभी तक कुछ ना कुछ हंगामा चल रहा है। छह बार की वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर एमसी मैरीकॉम ने पहली बार इस कॉन्ट्रोवर्सी पर अपनी बात रखी है। उनका मानना है कि निर्धारित समयसीमा के अंदर अपना वजन मेंटेन रखना खिलाड़ी की जिम्मेदारी होती है। चार बच्चों की मां और ओलंपिक ब्रोन्ज मेडलिस्ट मैरीकॉम (42 वर्ष) ने पहली बार विनेश के बारे में बोलते हुए कहा कि पेरिस ओलंपिक में समय सीमा में वजन का मैनेजमेंट एथलीट की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा, ‘मैं इतनी निराश हुई थी कि मैंने भी पिछले इतने सालों से यही वजन मैनेजमेंट किया है। वजन बहुत अहम होता है, यह मेरी जिम्मेदारी है। मैं किसी और को दोषी नहीं ठहरा सकती।’ मैरीकॉम ने कहा, ‘मैं उसके (विनेश) मामले में यह नहीं कहना चाहती हूं। मैं यह सिर्फ अपने मामले में ही कह रही हूं। अगर मैं अपना वजन ही सही तरह से नहीं घटा पाऊंगी तो मैं कैसे खेलूंगी? मैं वहां मेडल जीतने के लिए थी, मुझे ऐसा ही लगता है।’
मैरीकॉम पहले भी अपने वजन कम करने का रूटीन बता चुकी हैं कि यह प्रोसेस कितनी मुश्किलों से भरा हो सकता है। मणिपुर की इस मुक्केबाज ने पिन वेट (46 किग्रा) वर्ग से शुरुआत की और फिर अपने अमेच्योर करियर में फ्लाईवेट (51 किग्रा) वजन में खेलने लगीं। पेरिस में गोल्ड मेडल दावेदार मानी जा रही विनेश ने खाना पीना छोड़कर पूरी रात ‘वर्कआउट’ किया और अपने बाल भी कटाए लेकिन फिर भी वह 100 ग्राम से चूक गईं।
मैरीकॉम खेल मंत्री मनसुख मांडविया से भारतीय मुक्केबाजी पर चर्चा करना चाहती हैं क्योंकि वह पेरिस ओलंपिक में देश के मुक्केबाजी अभियान से अब तक नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रीय महासंघ और खेल मंत्री से मिलकर बात करके समझना चाहती हूं कि ‘किस चीज की कमी’ हो रही है।
भारतीय मुक्केबाजी दल में दो बार की वर्ल्ड चैम्पियन निकहत जरीन और ओलंपिक ब्रोन्ज मेडलिस्ट लवलीना बोरगोहेन शामिल थीं लेकिन देश के नाम एक भी मेडल नहीं हो सका। लंदन 2012 ओलंपिक में ब्रोन्ज मेडल जीतकर भारत की ओलंपिक मेडल जीतने वाली पहली महिला मुक्केबाज बनी मैरीकॉम ने कहा, ‘हम नतीजा जानते हैं, यह बहुत बुरा था। मैं जानना चाहती हूं कि किस चीज की कमी है।’ राज्यसभा की पूर्व सदस्य मैरीकॉम कहा, ‘अगर जरूरत पड़ी तो मैं मुक्केबाजों से भी मिलूंगी। अगर खेल मंत्री को इसकी जानकारी है तो मैं उनसे भी इस पर चर्चा करना चाहूंगी।’
उन्होंने यह भी दोहराया कि वह पेशेवर मुक्केबाजी में हिस्सा लेना चाहती हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने अभी तक संन्यास नहीं लिया है, मैं हिस्सा लेना चाहती हूं। मैं मौके हासिल करने की कोशिश कर रही हूं, पेशवेर मुक्केबाजी में लड़ने के लिए अपने मौके का इंतजार कर रही हूं। मैं वापसी करना चाहती हूं।’ मैरीकॉम ने कहा, ‘मैं मुक्केबाजी तीन-चार साल और जारी रख सकती हूं, यही मेरी इच्छा है। मेरे अंदर जुनून और भूख है और मैं जारी करना चाहती हूं।’