सोनभद्र में एक व्यक्ति ने सीआईडी अधिकारी बनकर नौकरी देने का झांसा देकर चार लाख रुपये की ठगी की। पीड़ित विपिन कुमार मिश्र ने आरोपी से पैसे जमा किए, लेकिन नौकरी का झूठा आश्वासन दिया गया। अंततः आरोपी ने…
सोनभद्र, संवाददाता। राबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस ने नौकरी देने के नाम पर सीआईडी अफसर बनकर चार लाख रूपये की ठगी करने के मामले में कोर्ट के निर्देश पर एक व्यक्ति पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
करमा थाना क्षेत्र के सेमरी मिश्र गांव निवासी विपिन कुमार मिश्र ने प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया कि डेढ़ वर्ष पूर्व वह अपने वाहन की मरम्मत करने के लिए राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के छपका स्थित शौकत पेंटर की दुकान था। जहां पर कार की मरम्मत कराने शमसुद्दीन उर्फ डब्बू निवासी बभनी भी पहुंचे। जहां पर उसने खुद को सीआईडी अफसर बताया। उसकी कार पर पुलिस का मोनोग्राम भी लगा हुआ था। बातचीत में उसने बताया कि वह बेरोजगार है। जिस पर सीआईडी अफसर बताने वाले शमसुद्दीन ने रेलवे में नौकरी दिलवाने का झांसा दिया, इसके लिए उससे चार लाख रूपये की मांग की गई। जिस पर उसने एक साथ इतनी बड़ी रकम दे पाने में असमर्थता जताई। जिस पर उसने धीरे- धीरे उसके खाते में रकम जमा करने के लिए कहा। आश्वासन दिया कि जब करीब साढ़े तीन लाख रूपये जमा हो जाएंगे तब वह रेलवे बोर्ड इलाहाबाद में नौकरी लगवा देगा। इस पर भरोसा कर धीरे-धीरे बैंक खाता में कैश और आनलाइन कर करीब साढ़े तीन लाख रुपये जमा कर दिए। इसके बाद पीड़ित के व्हाट्सएप पर इलाहाबाद रेलवे बोर्ड का अप्वाइंटमेंट लेटर छह जनवरी 2023 को आया। उसके कुछ देर बाद शमसुद्दीन का फोन आया कि लेटर मिल गया है। अधिकारी को 50 हजार और नकद देना है। इसका प्रबंध कर कल इलाहाबाद पहुंचिए, रेलवे स्टेशन पर मिलूंगा। मित्रों के जरिए किसी तरह नकदी की व्यवस्था कर पीड़ित इलाहाबाद पहुंचा तो वहां रेलवे स्टेशन पर शमसुद्दीन से मुलाकात हुई और उसने 50 हजार नगद लेने के बाद कहा कि इंटरव्यू कल होगा। दूसरे दिन आरोपी का फोन आया कि वह बगैर इंटरव्यू के ज्वाइनिंग लेटर दिला दे रहा है। उसे लेकर वह घर जाए और 21 जनवरी 2023 को आकर सीधे ज्वाइन करे। स्टेशन पर आकर उसे एक ज्वाइनिंग लेटर दिया जिस लेकर वापस घर आ गया। 20 जनवरी को फिर फोन आया कि ज्वाइनिंग टल गई है। अब मार्च 2023 में ज्वाइनिंग होगी। मार्च में फोन करने पर कहा कि रेलवे की यह भर्ती कैंसिल हो गई है। जल्द ही 15 मई तक रकम वापस कर देगा। इसके बाद न तो कॉल रिसीव हुई, न ही दिए गए रकम की वापसी की गई। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सत्येन्द्र राय ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।