रामगढ़, हिन्दुस्तान संवाद। जिले में बारिश के बाद संक्रामक बीमारियों ने पांव पसारना शुरू
रामगढ़, हिन्दुस्तान संवाद। जिले में बारिश के बाद संक्रामक बीमारियों ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। जिसके लचते लोग बीमार होकर खाट पकड़ रहे हैं। चतरा ब्लाक के भीषमपुर गांव के जइअडार टोला में डायरिया फैलने से तीन दिनों में बालिका समेत तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि आधा दर्जन लोगों को उल्टी-दस्त होने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना के बाद शुक्रवार पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में कैंप लगाकार लोगों का दवा उपचार किया।
भीषमपुर गांव में डायरिया का प्रकोप इस कदर बढ़ गया कि वह अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। जिसके चलते देखते ही देखते कई लोग उल्टी-दस्त से पीड़ित हो गए है। इसी बीच नौगढ़ से अपने मायके आई 30 वर्षीय तेतरी पुत्री सुद्धू को उल्टी-दस्त होने लगा। परिजन कुछ समझ पाते की मंगलवार की उसकी मौत हो गई गई। महिला की मौत होने के बाद गांव में हड़कंप मच गया। जब तक लोग कुछ समझा पाते दूसरे दिन बुधवार को 13 वर्षीय अंजलि पुत्री गोविंद भी डायरिया की चपेट में आ गई। उल्टी-दस्त होने के बाद परिजन घरेलू दवा उपचार शुरू कर दिया। आराम नहीं मिलने के बाद परिजन उसे किसी निजी अस्पताल में ले जाकर दवा इलाज कराया। शाम को घर पहुंचने के बाद हालत गंभीर होने पर मौत हो गई। 65 वर्षीय नरेश को भी लगातार उल्टी दस्त की शिकायत होने के बाद गुरुवार को गांव में ही मौत हो गई। लगातार डायरिया के मरीज बढ़ने से पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया। गांव में डायरिया के फैलते प्रकोप को देखते हुए 23 वर्षीय कन्हैया, 27 वर्षीय फूलन देवी, 35 वर्षीय चांदनी, नौ वर्षीय इंद्रावती, छह वर्षीय सीमा, चार वर्षीय मालती को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। गांव में लगातार बढ़ते डायरिया मरीजों को लेकर ग्रामीणों हड़कंप की स्थिति बन गई। बिगड़ती स्थिति के बाद स्वास्थ्य विभाग से डिप्टी सीएमओ व चतरा सीएचसी प्रभारी डा.शुभम त्रिपाठी ने शुक्रवार को गांव में मेडिकल कैंप लगाकर ग्रामीणों का चेकअप कर दवा का वितरण शुरू कर दिया। सीएचसी प्रभारी डा.शुभम त्रिपाठी ने बताया कि टीम गांव में कैंप लगाकर दवा का वितरण शुरू कर दिया गया है। ग्रामीणों को पानी को उबाल कर पीने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा गांव में दवा का छिड़काव भी कराया जा रहा है।