उत्तर प्रदेश के कौशांबी में गुरुवार को वंचित सम्मेलन को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने अखिलेश यादव और मायावती पर हमला बोला।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान दलितों को साधने यूपी पहुंच गए हैं। उत्तर प्रदेश के कौशांबी में उन्होंने गुरुवार को एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती पर जोरदार हमला बोला। चिराग ने कहा कि वह पासी समाज के अधिकारियों के लिए हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। जब तक वह जिंदा हैं, आरक्षण और संविधान को कोई खतरा नहीं है।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने कौशांबी जिले के मूरतगंज में गुरुवार को वंचित समाज सम्मेलन को संबोधित किया। विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंनें कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस ने बार-बार दलितों को डराने का काम किया है। जब तक रामविलास पासवान का बेटा (चिराग) जिंदा है, तब तक आरक्षण और संविधान को कोई खतरा नहीं है। एसटीएफ को स्पेशल ठाकुर फोर्स बताने के सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी सरकार में सुनियोजित तरीके से एनकाउंटर कराया जाता था। इसलिए उनको एसटीएफ की परिभाषा पता है। योगी सरकार में माफिया की कमर तोड़ी जा रही है।
चिराग ने केंद्र सरकार की एक देश एक चुनाव योजना का समर्थन करते हुए इसे दश की जरूरत बताया। उन्होंने कहा कि इससे देश पर आर्थिक बोझ कम होगा। सुरक्षा ड्यूटी में लगाए जाने वाले जवानों को भी राहत मिलेगी। उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस, सपा, बसपा पर आरक्षण व संविधान को लेकर डर पैदा करके राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
बता दें कि चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास यूपी में तेजी से अपने पैर पसार रही है। एलजेपी-आर ने पिछले दिनों 2027 के यूपी विधानसभा चुनाव में 100 सीटें लड़ने का ऐलान किया था। एक दिन पहले चिराग के जीजा और सांसद अरुण भारती ने आगामी महीनों में होने वाले यूपी विधानसभा उपचुनाव लड़ने के भी संकेत दिए थे।