सोनभद्र (विकास द्विवेदी)
सोनभद्र। राबर्ट्सगंज शहर के विकास नगर कालोनी में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कथा वाचक श्री श्री कुणाल जी महाराज ने श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की कथा सुनाई।काशी के मर्मज्ञ कथा वाचक श्री श्री कुणाल जी महाराज ने कहा कि परमात्मा को अपने भक्तों को जहां जिस रूप में आवश्यकता होती है, उसी रूप में आकर दर्शन देते हैं।दैत्यराज बलि के यहां प्रभु वामन का रूप धरकर पहुंचे और दान में तीन पग भूमि मांगकर दो पग में ही समस्त ब्रह्मांड माप डाला।तीसरे पग पर बलि ने अपना शीश प्रभु के चरणों में रख दिया।प्रभु ने तीसरा पग बलि के शीश पर तो रख लिया, मगर राज बलि के ऋणी हो गए। प्रेम के कारण प्रभु ने बलि के मांगने पर पाताल राज्य के द्वारपाल बनकर रहे।मनुष्य जब सर्वस्व प्रभु के चरणों में अर्पित कर देता है, तो प्रभु हमेशा जीवन के हर मोड़ पर उसके साथ रहते हैं।इसके बाद श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनकर श्रद्धालु भावविभोर होकर झूमने लगे।इस मौके पर मुख्य आयोजक अनंत राम वर्मा, मुख्य यजमान मालती देवी, पं. राहुल पाण्डेय, मोनी वर्मा, संगीता, सीमा द्विवेदी, मंजूसा वर्मा, विनीता, मीना सिंह, सुरेंद्र जायसवाल, सालिक राम दूबे, सीबी सिंह, भुनेश्वर जायसवाल, अरुण सिंह, अनिल सिंह, राजीव गौतम, रूद्र प्रताप सिंह, अमित सिंह, अमरेश आदि मौजूद रहे।